Edited By Tanuja,Updated: 23 Dec, 2020 10:06 AM
बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघनों को लेकर पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। यही नहीं बलोच नैशनल मूवमेंट ...
लंदनः बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघनों को लेकर पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ दुनिया भर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बलोच नैशनल मूवमेंट (बीएनएम) की ब्रिटेन इकाई और उससे जुड़े संगठनों ने भी पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाई। संगठन ने भारत सरकार से बलूचिस्तान की आजादी के आंदोलन को सहयोग मांगा है। लंदन में बुधवार को बलूच शहीद दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम में बीएनएम के सदस्यों और वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस और बलूच स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन आजाद जैसे समूहों ने बलूचिस्तान की आजादी की लड़ाई में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
हम्माल हैदर ने बांग्लादेश की आजादी में भारत के योगदान को याद करते हुए बलूचिस्तान के लिए भी वही मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि जिस तरह भारत ने बांग्लादेश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी उसी तरह उसे अब भी आगे आना चाहिए तथा पाकिस्तान से आजादी हासिल करने के लिए बलूच आंदोलन को समर्थन देना चाहिए। पाकिस्तान इस्लामी आतंकवादियों को पाल रहा है और पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है।’
कार्यकर्ताओं ने ब्रिटेन सरकार को संसाधन समृद्ध बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघनों पर उसकी चुप्पी पर पाखंडी बताया। बलूच नैशनल मूवमेंट के विदेशी मामलों के प्रवक्ता हम्माल हैदर ने कहा, ‘पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने पिछले 2 दशकों में 20,000 से अधिक बलूच लोगों को अगवा किया और कई की हत्या कर दी। भारत सरकार को हमारा संदेश यह है कि उसे पाकिस्तान के सुरक्षा बलों के अत्याचारों के खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए।’