Edited By Anil dev,Updated: 24 Aug, 2019 12:12 PM
बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह के राजधानी दिल्ली में आत्मसर्पण करने के बाद एक बार फिर ये सवाल लाजिमी हो उठा है कि यूपी और बिहार के बाहुबली विधायक, सांसद या बदमाश दिल्ली की अदालतों में ही सरेंडर करना क्यों मुनासिब समझते हैं? ऐसा क्या...
नई दिल्ली: बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह के राजधानी दिल्ली में आत्मसर्पण करने के बाद एक बार फिर ये सवाल लाजिमी हो उठा है कि यूपी और बिहार के बाहुबली विधायक, सांसद या बदमाश दिल्ली की अदालतों में ही सरेंडर करना क्यों मुनासिब समझते हैं? ऐसा क्या कारण है कि प्रदेशों की पुलिस उन तक पहुंच भी नहीं पाती है और वो राजधानी दिल्ली की अदालत में आत्मसर्पण करने के बाद सीधे जेल चले जाते हैं और वहां खुद को ‘सुरक्षित’ समझते हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताए ये कारण
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त अजयराज शर्मा के अनुसार, दिल्ली पुलिस के पास उत्तर प्रदेश और बिहार के बदमाशों का कच्चा-चिट्ठा नहीं होता है, इस वजह से उनको अपने यहां सरेंडर कराने में बहुत अधिक मशक्कत नहीं करानी पड़ती है। यदि दिल्ली में भी उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हों तो आत्मसमर्पण कराना आसान नहीं होता। देखने में आया है कि जो बदमाश यहां की अदालत में सरेंडर करते हैं, उनके खिलाफ यहां पर कोई भी बड़ा मुकदमा दर्ज नहीं होता है।
घबराहट की एक वजह यह भी
एसीपी ओपी सिंह के मुताबिक, उत्तर प्रदेश और बिहार में सरकारें बदलने के बाद अब वहां कानून-व्यवस्था काफी सख्त हो गई है। आए दिन बदमाशों के एन्काउंटर हो रहे हैं। वो इससे घबराए होते हैं। इस वजह से वो वहां की पुलिस से भी बचना चाहते हैं। जब सरेंडर करना होता है, तो दिल्ली का रुख करते हैं। यहां उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं होता वो आसानी से सरेंडर कर पाते हैं। इसके अलावा यहां पर हर स्तर की कानूनी मदद मिलती है। मीडिया भी यहां बहुत एक्टिव रहता है। सभी लोग सचेत रहते हैं। इस वजह से बदमाशों और बाहुबलियों के लिए यहां सरेंडर करना हर तरह से सुरक्षित रहता है।
अनंत सिंह ने बिहार में आत्मसमर्पण की अफवाह फैलाई, पहुंच गए दिल्ली
बिहार पुलिस मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए सरगर्मी से तलाश करती रह गई और वो दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंच गए और आत्मसमर्पण कर दिया। बिहार अदालत में अनंत सिंह के आत्मसमर्पण की अफवाह वीरवार को ही सामने आई थी। विधायक के आत्मसमर्पण करने को लेकर यहां बिहार पुलिस अलर्ट रही। पुलिस उनको गिरफ्तार करने के लिए पटना कोर्ट के बाहर नजर रख रही थी, लेकिन वे दिल्ली के साकेत कोर्ट आत्मसमर्पण करने पहुंच गए।