Edited By Pardeep,Updated: 08 Jan, 2021 06:11 AM
जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव में भाजपा के कश्मीर में 140 में से 3 पार्षद और जम्मू में 140 में से 72 पार्षद जीते। श्रीनगर ग्रामीण जिला विकास परिषद की 3 सीटों में से वह एक जीत सकी। परंतु वह जोड़-तोड़ से बहुमत हासिल
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद के चुनाव में भाजपा के कश्मीर में 140 में से 3 पार्षद और जम्मू में 140 में से 72 पार्षद जीते। श्रीनगर ग्रामीण जिला विकास परिषद की 3 सीटों में से वह एक जीत सकी। परंतु वह जोड़-तोड़ से बहुमत हासिल करके उस पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है।
नैशनल कांफ्रैंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ पार्षद अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद स्थानीय बिजनैसमैन व पी.डी.पी.-बी.जे.पी. सरकार में पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी द्वारा गठित अपनी पार्टी में शामिल हो गए। पी.डी.पी., नैकां और अपनी पार्टी ने 3-3 सीटें जीती हैं। किसी के पास बहुमत नहीं है। भाजपा 4 आजाद पार्षदों को अपने में मिलाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व श्रीनगर की जिला विकास परिषद पर वर्चस्व जमाने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रहा है क्योंकि अगर भाजपा अपनी पार्टी की सहायता से घाटी के दिल श्रीनगर में ऐसा चमत्कार कर पाई तो यह भाजपा के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा। भाजपा ने अन्य राज्यों में अल्पमत को बहुमत में बदलने की कला में दक्षता प्राप्त कर ली है और अब इस कला का प्रदर्शन घाटी में भी किया जाएगा।
एक रोचक घटनाक्रम में भाजपा ने हाल ही में जुनैद अजीम मट्टू का अपनी पार्टी में दलबदल करवाकर अप्रत्यक्ष ढंग से श्रीनगर नगर निगम पर कब्जा जमा लिया है। मट्टू सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रैंस का हिस्सा थे। वह 2013 में पीपुल्स कांफ्रैंस का साथ छोड़कर नैशनल कांफ्रैंस में शामिल हो गए थे और चुनाव जीतने के बाद वह अपनी पार्टी में चले आए।
अल्ताफ बुखारी और जुनैद मट्टू ने श्रीनगर को एक वर्ल्ड क्लास सिटी बनाने का प्रयास करने की घोषणा की है। यदि यह गठबंधन चल गया तो भगवा झंडा श्रीनगर ग्रामीण में फहरा सकता है जबकि श्रीनगर शहर पहले ही भाजपा के मित्र दल के कब्जे में है।