Edited By ASHISH KUMAR,Updated: 15 Jan, 2019 02:23 PM
भले ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार ने घोषणा पत्र पर शराबबंदी की बात कही थी लेकिन हालात जस के तस है। ताजा मामला राजनांदगांव का है जहां सरकारी नियमों को ता...
राजनांदगांव: भले ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने घोषणा पत्र पर शराबबंदी की बात कही थी लेकिन हालात जस के तस है। ताजा मामला राजनांदगांव का है जहां सरकारी नियमों को ताक पर रखकर आबकारी विभाग का दफ्तर एक स्कूल परिसर में संचालित किया जा रहा है। मामले में आबकारी विभाग ने गैर जिम्मेदराना बयान दिया है। इसको लेकर शासन-प्रशासन स्तर पर शिकायत करने की तैयारी की जा रही है।
सरकारी सुविधाओं की पोल खोलता यह दफ्तर प्राथमिक और मिडिल स्कूल के परिसर में ही बनाया गया है। जहां छोट-छोटे बच्चों के सामने अवैध रूप से शराब का सेवन करने वाले या फिर अवैध परिवहन करने वालों को पकड़ कर लाया जाता है। ऐसे में बच्चों को न चाहते हुए भी अपराध की दुनिया के चेहरे और शराब की बोतले देखनी पड़ती हैं। इस संबंध में आबकारी अधिकारी नीतू नोतानी ठाकुर का कहना है कि हमारे पास पहले एक छोटा सा कमरा भर था और हमें विभागीय काम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। हमने राजनांदगांव कलेक्टर से भवन की मांग की और यह बिल्डिंग पहले से बनी हुई थी जो हमें आबंटित की गई है, इसलिए हम अपना ऑफिस यहीं से चला रहे हैं।
वहीं इस संबंध में कलेक्टर भीम सिंह के अनुसार इस मामले में जल्द ठोस कदम उठाकर समस्या का समाधान किया जाएगा। ताकि भविष्य में ऐसी परिस्थिती का सामना न करना पड़े।