Edited By Yaspal,Updated: 09 Sep, 2020 06:05 PM
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने डूबती अर्थव्यस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में सरकार से पूछा, “जन धन खाता रखने वाली महिलाओं (20.6 करोड़) को तीन महीनों में 30,925 करोड़ रुपए या 1500 रुपए मिले। क्या एक गृहिणी...
नई दिल्लीः पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने डूबती अर्थव्यस्था को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में सरकार से पूछा, “जन धन खाता रखने वाली महिलाओं (20.6 करोड़) को तीन महीनों में 30,925 करोड़ रुपए या 1500 रुपए मिले। क्या एक गृहिणी 500 रुपए महीने पर एक परिवार चला सकती है?
पी चिदंबरम ने कहा कि क्या यह एक प्रवासी और उसके परिवार को बनाए रख सकता था? संख्याएँ साबित करती हैं कि दिया गया धन निस्संदेह और पूरी तरह से अपर्याप्त था और निश्चित रूप से, पैसे की मांग को बढ़ावा देने और अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए एक 'प्रोत्साहन' के रूप में काम नहीं किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि जन धन खाता रखने वाली महिलाओं (20.6 करोड़) को तीन महीनों में 30,925 करोड़ रुपए या 1500 रुपए मिले। क्या एक गृहिणी 500 रुपए महीने पर एक परिवार चला सकती है?प्रवासियों (2.66 करोड़) को 2 महीने में 2.67 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न मिला। यानी 5 किलो प्रति माह।
चिदंबरम ने आगे कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को कितना मिला? क्या यह किसी भी वास्तविक अर्थ या टोकन में 'राहत' था? NSAP के तहत 2.81 करोड़ लोगों को 2,814 करोड़ रुपए या प्रति व्यक्ति 1000 रुपए मिले। क्या वह राशि शरीर और आत्मा को एक साथ रख सकती है?