Edited By shukdev,Updated: 09 Mar, 2020 10:10 PM
कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई में अंदरूनी कलह अब खुलकर सामने आ चुकी है। कमलनाथ सरकार के 6 मंत्री समेत 16 विधायक लापता हैं, ये सभी विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। सूत्रों ने बताया कि वे चाटर्ड विमानों से दिन में बैंगलुरु पहुंचे और एक...
भोपाल: कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई में अंदरूनी कलह अब खुलकर सामने आ चुकी है। कमलनाथ सरकार के 6 मंत्री समेत 16 विधायक लापता हैं, ये सभी विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। सूत्रों ने बताया कि वे चाटर्ड विमानों से दिन में बैंगलुरु पहुंचे और एक अज्ञात स्थान पर ठहरे हुए हैं। आगामी राज्यसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्य से पार्टी के कम से कम 17 विधायकों से अचानक सोमवार को संपर्क स्थापित नहीं हो पाने के बीच यह घटनाक्रम हुआ।
समझा जाता है कि ये विधायक सिंधिया का समर्थन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की कमलनाथ नीत सरकार को गिराने के लिए विधायकों (कांग्रेस के) को भाजपा के अपने पाले में करने की कोशिशों के कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए जाने के मद्देनजर ये विधायक बैंगलुरु पहुंचे। इससे पहले चार मार्च को मध्य प्रदेश से करीब तीन-चार विधायक यहां पहुंचे थे और उन्हें एक निजी स्थान पर ठहराया गया है। उनमें से एक विधायक निर्दलीय बताए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा का कहना रहा है कि विपक्षी पार्टी का इन घटनाक्रमों से कोई लेना देना नहीं है।
भोपाल में कमलनाथ की आपात बैठक
विधायकों के लापता होने की जानकारी मिलते ही सीएम कमलनाथ अपना दिल्ली दौरा खत्म कर भोपाल लौट आए। भोपाल आते ही उन्होंने अपने विधायकों की आपात बैठक बुला ली। इस बैठक में सीएम कमलनाथ, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, राज्य सरकार के दूसरे मंत्री और विधायक मौजूद रहे। सीएम कमलनाथ ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा से अब रहा नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 15 साल में जो भ्रष्टाचार किया था वो अब सामने आ रहा है, इसलिए वे लोग परेशान हैं। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया थोड़ी देर पहले ही दिल्ली स्थित अपने निवास पर पहुंचे हैं।