Edited By Anil dev,Updated: 24 Jun, 2020 07:25 AM
आयुष मंत्रालय ने रामदेव की कंपनी को कोरोना का इलाज करने के लिए बनी दवा के विज्ञापन करने से मना किया है। कहा गया बिना मानक की जांच कराए हर तरह के विज्ञापन पर अगले आदेश तक रोक रहेगी।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को शत प्रतिशत खत्म करने का दावा करने वाली पंतजलि आयुर्वेद की आज लांच की गयी दवा कोरोनिल (Coronil) के प्रचार पर तात्कालिक रोक लगा दी है। आयुष मंत्रालय ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि पतंजलि आयुर्वेद से कोरोना संक्रमण (Corona Inffection) को खत्म करने का दावा करने वाली दवा के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी गयी है। इसके अलावा दवा जारी किए जाने के लाइसेंस से संबंधित ब्योरा भी मांगा गया है। इस मामले के हल होने तक पतंजलि आयुर्वेद पर कोरोनिल से संबंधित कोई भी प्रचार करने पर रोक लगा दी गई है।
आयुष मंत्रालय ने योगगुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद से कहा है कि वह कोविड-19 के संक्रमण के उपचार की दवा का नाम और उसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों के नामों की शीघ्रताशीघ्र जानकारी दें। मंत्रालय ने कहा कि उसने मीडिया में इस दवा के संबंध में आयी खबरों का संज्ञान लेते हुए यह कदम उठाया है। उसे कोविड-19 का 100 फीसदी उपचार करने वाले दावे और दवा तैयार करने में किये गये वैज्ञानिक शोध के बारे में तथ्यात्मक जानकारी नहीं है।
बाबा रामदेव की कंपनी को यह जानकारी दे दी गयी है कि आयुर्वेदिक दवाओं समेत सभी दवाओं का प्रचार ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडिज एक्ट,1954 तथा कोविड-19 की महामारी के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा जारी नियमों और निर्देशों के अनुसार नियमित होता है। बाबा रामदेव की कंपनी को यह जानकारी दे दी गयी है कि आयुर्वेदिक दवाओं समेत सभी दवाओं का प्रचार ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडिज एक्ट,1954 तथा कोविड-19 की महामारी के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा जारी नियमों और निर्देशों के अनुसार नियमित होता है। इन सभी जवाबों को दिये जाने तक पतंजलि को कोरोना वायरस संक्रमण की इस दवा के प्रचार बंद करने के लिए कहा गया है। मंत्रालय ने साथ ही संबंधित राज्य उत्तराखंड की लाइसेंस प्रदाता प्राधिकरण से उत्पाद के लाइसेंस तथा अनुमति की कॉपी मुहैया कराने का आग्रह किया है।