Edited By vasudha,Updated: 15 Jan, 2019 02:20 PM
माकपा ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय को देश की अर्थव्यवस्था के लिये नुकसानदायक बताते हुये सरकार से इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की है...
नेशनल डेस्क: माकपा ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय को देश की अर्थव्यवस्था के लिये नुकसानदायक बताते हुये सरकार से इस प्रक्रिया को रोकने की मांग की है। माकपा पोलित ब्यूरो ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के विलय की प्रक्रिया बैंक के कर्मचारियों के सामूहिक विरोध के बावजूद शुरु की है।
विलय के बाद कमजोर होंगे बैंक
पोलित ब्यूरो ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि सिर्फ बैंक के कर्मचारी ही नहीं बल्कि समूचे बैंकिंग क्षेत्र के अधिकारी भी इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बैंकों की मजबूती की दलील देकर विलय को भले ही जायज ठहराये लेकिन सच्चाई यह है कि विलय के बाद तीनों बैंक कमजोर होंगे।
सरकार से की विलय रोकने की मांग
पार्टी ने दलील दी कि बैंकों की बदहाली की मूल वजह बड़े औद्योगिक घरानों द्वारा बैंकों से लिये गये कर्ज की अदायगी नहीं करना है। ऐसे में इस समस्या का कारगर उपाय सरकार द्वारा सख्ती से कर्ज अदायगी सुनिश्चित करना हैफ विलय जैसी निरर्थक कवायद इसका समाधान नहीं है। पार्टी पोलित ब्यूरो ने बैंकों के विलय की कवायद का नुकसानदायक होने के आधार पर विरोध करते हुये सरकार से विलय रोकने की मांग की।