Edited By Monika Jamwal,Updated: 05 Sep, 2019 05:14 PM
राजोरी इलाके से लगभग 30 किलोमीटर दूर जोमोला गांव में तीस वर्ष दंगल हुआ, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई।
राजोरी: राजोरी इलाके से लगभग 30 किलोमीटर दूर जोमोला गांव में तीस वर्ष दंगल हुआ, जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। इस गांव में 1986 में अंतिम दंगल हुआ था जिसमें पहलवानों ने अपना दम दिखाया था। राजोरी में आतंकी दस्तक से दंगल और कुश्ती खेल बंद हो गये थे पर तीस वर्ष इनके फिर से शुरू होने से लोगों में काफी उत्साह है। दंगल देखने के लिए लोग आसपास के घरों की छतों पर चढ़े हुए थे और वहां से दंगल देख रहे थे और तालियां बजा रहे थे।
लोगों ने बताया कि 30 साल पहले यहां पर दंगल हुआ था और उसके बाद यहां कभी दंगल नहीं हुआ आज हमें फिर यहां पर दंगल देखने का मौका मिला है हम फिर यहां पर पहलवानों को आपस में कुश्ती करते हुए देख रहे हैं। वहीं लोगों ने यह भी बताया कि सरकार को चाहिए कि इस तरह के कार्यक्रम गाव मे होते रहें ताकि हमारी परम्परा जीवित रहे क्योंकि दंगल एशिया का नंबर वन खेल है। जोमोला गांव के रहने वाले मोहम्मद आजम कहते हैं इस तरह के खेल खेलने से सेहत ठीक रहती है। वहीं गांव जमोला के मोहम्मद नसीर खान बताते हैं कि मैं नेशनल यूथ पुरस्कार विजेता हूं आज हमारे जमोला पंचायत में हमने मिलजुल कर इस पुरानी परंपरा को एक बार फिर शुरू किया है जिसको कुश्ती या दंगल के नाम से जाना जाता है । उन्होंने कहा कि हमने लोगों से पैसा इक_ा करके इस कार्यक्रम की शुरुआत की है इस मैं लगभग 20 पंचायतों के लोगों ने भाग लिया है।
जोमोला गांव के युवा सरपंच अकीब खान ने हमें बताया कि 3 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिट इंडिया कार्यक्रम को शुरू किया था उस दिन हमने पंचायत में एक कार्यक्रम रखा था उसके बाद हमने लोगों से बात की और लगभग 30 पंचायत के लोगों ने इस दंगल की सहमति बनाई उसके बाद हमने इस पंचायत में दंगल कार्यक्रम शुरू किया।