Edited By ,Updated: 08 Jan, 2016 12:04 AM
एक समय अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम के मालिकाना हक में रहे रेस्तरां की नये सिरे से बोली लगाई जा सकती है
मुंबई: एक समय अंडरवल्र्ड डॉन दाउद इब्राहिम के मालिकाना हक में रहे रेस्तरां की नये सिरे से बोली लगाई जा सकती है क्योंकि पत्रकार से सामाजिक कार्यकर्ता बने एस बालकृष्णन औपचारिक रूप से संपत्ति को खरीदने के लिए जरूरी करीब चार करोड़ रुपये जुटाने में नाकाम रहे। उन्होंने पिछले साल नीलामी में रेस्तरां के लिए सर्वाधिक बोली लगाई थी।
एनजीओ ‘देश सेवा समिति’ चलाने वाले बालकृष्णन आज आखिरी दिन जरूरी राशि का बैंक ड्राफ्ट जमा नहीं कर सके। एक और दौर की नीलामी हो सकती है क्योंकि संपत्ति के लिए दूसरी सबसे बड़ी बोली लगाने वाले ‘दाउदी बोहरा मुस्लिम ट्रस्ट’ ने इससे अनिच्छा प्रकट की है। बालकृष्णन ने दावा किया, ‘‘मैंने दाउदी बोहरा ट्रस्ट से बोली की राशि अदा करने और इलाके की बेहतरी के लिए संपत्ति का इस्तेमाल करने को कहा था। लेकिन उन्होंने डर या अन्य किसी वजह से मना कर दिया।’’
बालकृष्णन ने दिसंबर में दाउद की संपत्तियों की बोली में पकमोडिया स्ट्रीट स्थित दाउद के घर के पास ‘दिल्ली जायका’ नाम के रेस्तरां की बोली 4.28 करोड़ रपये की लगाई थी जो सबसे अधिक थी। उन्होंने उस जगह गरीब बच्चों के लिए एक कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की योजना बनाई थी। उनका कहना है,‘‘मुझे दुख है कि मैं राशि नहीं जुटा सका। दाउद इब्राहिम का डर सबसे बड़ी वजह थी जिस वहज से लोग मेरा समर्थन करने के लिए आगे नहीं आये।’’