Edited By vasudha,Updated: 07 Jul, 2020 01:20 PM
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के मामले एक लाख के ऊपर पहुंचने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी इस संख्या तक पहुंचने वाला देश का पहला शहर बन गई है। हालांकि इस संकट के बीच एक बात जो राहत दे रही है वह है रिकवरी रेट। देश भर के मुकाबले कोरोना से ठीक होने...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस के मामले एक लाख के ऊपर पहुंचने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी इस संख्या तक पहुंचने वाला देश का पहला शहर बन गई है। हालांकि इस संकट के बीच एक बात जो राहत दे रही है वह है रिकवरी रेट। देश भर के मुकाबले कोरोना से ठीक होने में दिल्ली का रिकवरी रेट 71 फीसदी पहुंच गया है।
दरअसल कोरोना से बिगड़ते हालातों को सुधारने के लिए केंद्र और केजरीवाल सरकार मिलकर काम कर रहे हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि साथ में लिए गए फैसलों और बेहतर रणनीति के चलते दिल्ली कोरोना से जंग जीत रही है। बता दें कि केंद्रीय कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस की स्थिति का जायजा लेने के लिए उप राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली के तीन नगर निकायों के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए थे।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना वायरस के 1,359 नये मामले सामने आए जो 19 दिनों बाद कोविड-19 के मामलों में रिकॉर्ड रिकार्ड गिरावट है। इससे पहले, 16 जून को 1,859 नये मामले सामने आये थे। तब से इस वायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई और रोजाना आंकड़े 2000-3000 के बीच थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा था कि शहर में कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने की दर 72 फीसद तक पहुंच गई है और अधिकाधिक लोग दिन प्रतिदिन स्वस्थ हो रहे हैं। उन्होंने कहा था कि पिछले तीन महीनों में दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या करीब एक लाख तक पहुंच गयी। लेकिन चिंता करने या घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इन एक लाख लोगों में से 72000 लोग स्वस्थ हुए हैं। दिल्ली में संक्रमण से उबरने की दर 72 फीसद हो गयी है जो बड़ा आंकड़ा है।