Edited By Monika Jamwal,Updated: 05 Sep, 2020 03:30 PM
जम्मू कश्मीर में अधिकारिक भाषाओं में पंजाबी को शामिल न किए जाने का विरोध जारी है। नेशनल सिक्ख फ्रंट ने सरकार से पंजाबी को शामिल करने की मांग की है।
कठुआ : जम्मू कश्मीर में अधिकारिक भाषाओं में पंजाबी को शामिल न किए जाने का विरोध जारी है। नेशनल सिक्ख फ्रंट ने सरकार से पंजाबी को शामिल करने की मांग की है। कठुआ में आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए प्रधान गुरमीत सिंह ने कहा कि अन्य पांच भाषाओं को अधिकारिक भाषा में शामिल किया गया लेकिन पंजाबी की सरकार ने अनदेखी करते हुए इसे शामिल नहीं किया है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिक्ख समाज पूरे प्रदेश में अब मांग कर रहा है कि पंजाबी भाषा को भी अधिकारिक तौर पर शामिल किया जाए। ऐसे में सरकार को उनकी जायज मांग पर गौर करना होगा। इस मौके पर महासचिव मनोहर सिंह, वी.के. सिंह, सुरेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।