Edited By Pardeep,Updated: 16 Jul, 2019 10:56 AM
गलती चाहे खुद की ही क्यों न हो, लेकिन पुलिसवाले अगर किसी को सड़क पर पकड़ ले तो वो ही दोषी होते हैं। चाहे व्यक्ति उन्हें सरेआम गाली दे या पीटे, लेकिन वर्दीधारी को कानून हाथ में लेने का अधिकार शायद अब नहीं है। कुछ ऐसा ही हुआ वेस्ट दिल्ली के नेताजी...
नई दिल्ली: गलती चाहे खुद की ही क्यों न हो, लेकिन पुलिसवाले अगर किसी को सड़क पर पकड़ ले तो वो ही दोषी होते हैं। चाहे व्यक्ति उन्हें सरेआम गाली दे या पीटे, लेकिन वर्दीधारी को कानून हाथ में लेने का अधिकार शायद अब नहीं है।
कुछ ऐसा ही हुआ वेस्ट दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस की एक पिकेट पर। इसका एक वीडियो वायरल हुआ है,जिसमें चेकिंग के दौरान दो ट्रैफिककर्मियों जिनमें एक कर्मी का नाम दिलीप सिंह है, जिन्होंने दो लड़कों को इसलिए रोका कि उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था, यही नहीं एक ने शराब पी हुई थी। रोकने के बाद जब उनसे कागज मांगे गए, लड़कों ने कागज दिखाने की जगह पुलिसकर्मियों से ही हाथापाई शुरू कर दी। वीडियो में साफ है कि इस हाथापाई में एक लड़का अपने साथी से वीडियो बनाने की बात कहता है वहीं मोबाइल के सामने आते ही ट्रैफिककर्मी चुप हो जाते हैं और उसकी अभद्रता बर्दाश्त करते हैं।
यही नहीं लड़का उनकी बाइक को गिरा देता है और पुलिसकर्मी को चांटा भी मार देता है, लेकिन उसके बाद भी ट्रैफिककर्मी उसे कुछ नहीं कह पाते। बताया जाता है कि इस घटना के बाद दोनों लड़कों ने इस वीडियो को वायरल कर दिया और लिखा कि किस तरह पुलिस सड़कों पर उत्पीडऩ करती है। डरे पुलिसकर्मी इस घटना के बाद सीनियर अधिकारियों से शिकायत ही कर पाए हैं और न ही इन लड़कों के खिलाफ कार्रवाई की गई।