Edited By vasudha,Updated: 12 Sep, 2019 03:03 PM
नौकरशाह से नेता बने शाह फैसल ने अपनी हिरासत को चुनौती देने वाली बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका वीरवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से वापस ले ली। फैसल की पत्नी ने इस संबंध में हलफनामा दाखिल किया था जिसके बाद न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति संगीता धींगरा की...
नेशनल डेस्क: नौकरशाह से नेता बने शाह फैसल ने अपनी हिरासत को चुनौती देने वाली बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका वीरवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से वापस ले ली। फैसल की पत्नी ने इस संबंध में हलफनामा दाखिल किया था जिसके बाद न्यायमूर्ति मनमोहन और न्यायमूर्ति संगीता धींगरा की पीठ ने फैसल को याचिका वापस लेने की अनुमति दी।
फैसल की पत्नी ने उच्च न्यायालय को बताया कि उन्होंने हाल ही में फैसल से हिरासत में मुलाकात की थी और उसी दौरान उन्हें याचिका वापस लेने के निर्देश मिले। गौरतलब है कि पूर्व आईएएस अधिकारी की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में कहा गया था उन्हें 14 अगस्त को दिल्ली हवाई अड्डे पर अवैध रूप से हिरासत में ले कर वापस श्रीनगर भेज दिया गया था, जहां उन्हें नजरबंदी में रखा गया है।
बता दें किजम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद शाह फैसल लगातार केंद्र सरकार के इस कदम की आलोचना करते आ रहे थे। उन्होंने अपने खिलाफ जारी किए गए लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) को भी दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है।