Edited By shukdev,Updated: 07 Sep, 2019 12:37 AM
भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्षयात्रियों के चयन के लिए पहले चरण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। वायु सेना ने कहा कि टेस्ट पायलटों की गहन शारीरिक जांच, प्रयोगशाला जांच, रेडियोलॉजिकल जांच, क्लीनिकल...
नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्षयात्रियों के चयन के लिए पहले चरण की प्रक्रिया पूरी कर ली है। वायु सेना ने कहा कि टेस्ट पायलटों की गहन शारीरिक जांच, प्रयोगशाला जांच, रेडियोलॉजिकल जांच, क्लीनिकल जांच और मनोवैज्ञानिक के विभिन्न आयामों की जांच की गई। वायु सेना के सूत्रों ने बताया कि प्रारंभिक चयन प्रक्रिया में 25 टेस्ट पायलटों ने हिस्सा लिया। चयन प्रक्रिया में अभी कई चरण होंगे और सिर्फ 2-3 टेस्ट पायलट ही अंतिम सूची में शामिल हो पाएंगे।
वायु सेना ने ट्वीट किया कि मिशन गगनयान-भारतीय वायु सेना ने भारतीय अंतरिक्षयात्री चयन के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस में पहला स्तर पूरा कर लिया। चयनित टेस्ट पायलट गहन शारीरिक अभ्यास जांच, प्रयोगशाला जांच, रेडियोलॉजिकल जांच, क्लीनिकल जांच और मनोवैज्ञानिक स्तर पर कई तरह के जांच से गुजरे। पहला गगनयान मिशन के लिए 2022 तय किया गया। यह अपने साथ तीन अंतरिक्षयात्रियों को लेकर रवाना होगा। इन अंतरिक्षयात्रियों का चयन सशस्त्र बलों के टेस्ट पायलटों में से किया जाएगा। इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर देशों के पहले इस तरह के मिशन में टेस्ट पायलट ही शामिल रहे हैं। इन सशस्त्रबलों के पास महिला टेस्ट पायलट नहीं है। उम्मीदवारों का जत्थे में शॉर्टलिस्ट किया जा रहा है और इन्हें प्रशिक्षण के लिए नवंबर के बाद रूस भेजा जाएगा। भारत के पहले अंतरिक्षयात्री राकेश शर्मा भी भारतीय वायु सेना के पायलट रह चुके हैं।