Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 03 Apr, 2025 12:38 PM
अगर आप ट्रेन यात्रा करने जा रहे हैं और आपके पास वेटिंग टिकट है, तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। भारतीय रेलवे की ओर से वेटिंग टिकट के साथ ट्रेन में सफर करने वालों के लिए एक नया नियम लागू किया गया है। इस नए नियम के अनुसार, वेटिंग टिकट पर...
नेशनल डेस्क: अगर आप ट्रेन यात्रा करने जा रहे हैं और आपके पास वेटिंग टिकट है, तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। भारतीय रेलवे की ओर से वेटिंग टिकट के साथ ट्रेन में सफर करने वालों के लिए एक नया नियम लागू किया गया है। इस नए नियम के अनुसार, वेटिंग टिकट पर यात्रा करने पर जुर्माना देना होगा। आइए जानते हैं कि इस नियम का क्या असर होगा और यात्रियों को किन चीजों का ध्यान रखना होगा। रेलवे में रिजर्वेशन के लिए टिकट का एक सिस्टम होता है, जिसमें कुछ सीटों का आरक्षण पहले से हो जाता है और बाकी सीटों पर वेटिंग लिस्ट लगाई जाती है। यदि आपकी टिकट वेटिंग में है, इसका मतलब है कि आपके लिए अभी तक सीट कन्फर्म नहीं हुई है और आपको यात्रा के दौरान सीट मिल सकती है या नहीं, ये अनिश्चित रहता है। लेकिन कई बार लोग वेटिंग टिकट लेकर ट्रेन के आरक्षित कोच में यात्रा करते हैं, जो अब एक गंभीर उल्लंघन माना जाएगा।
वेटिंग टिकट के साथ यात्रा करने पर सजा
अब अगर आप वेटिंग टिकट लेकर ट्रेन के आरक्षित कोच में चढ़ते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ेगा। वेटिंग टिकट का मतलब यह नहीं है कि आपको आरक्षित कोच में बैठने का अधिकार है। भारतीय रेलवे ने इस नियम को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया है और यदि आप वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करते हैं तो आपको जुर्माना लगाया जाएगा।
स्लीपर कोच में वेटिंग टिकट के साथ यात्रा करने पर जुर्माना
अगर आप वेटिंग टिकट के साथ स्लीपर कोच में चढ़ते हैं तो आपको 250 रुपये का जुर्माना देना होगा। इसके साथ ही आपको जहां से आपने यात्रा शुरू की थी, वहां से लेकर उस स्थान तक का पूरा किराया भी देना होगा जहां आपको टिकट जांचने वाले टीटीई ने पकड़ा। अगर आप अपनी यात्रा को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको आगे की दूरी के हिसाब से अतिरिक्त किराया भी चुकाना पड़ेगा।
एसी कोच में वेटिंग टिकट के साथ यात्रा करने पर जुर्माना
अगर आपने वेटिंग टिकट के साथ एसी कोच में यात्रा करने की कोशिश की, तो आपको 440 रुपये का जुर्माना देना होगा। इसके साथ ही आपके द्वारा तय की गई यात्रा के किराये का भुगतान भी करना होगा। किराये की राशि यात्रा की दूरी के अनुसार बदल सकती है, यानी जितनी लंबी यात्रा होगी, उतना ही ज्यादा किराया देना होगा।
वेटिंग टिकट का रिफंड और कैंसिलेशन
ऑनलाइन टिकट बुक करते समय अगर आपकी टिकट वेटिंग में चली जाती है, तो वह अपने आप ही कैंसिल हो जाती है और आपको रिफंड मिल जाता है। हालांकि, काउंटर से बुक की गई वेटिंग टिकट के मामले में ऐसा नहीं होता। काउंटर से ली गई वेटिंग टिकट कैंसिल नहीं होती है और इसे लेकर यात्रियों को जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है।
क्यों है यह नियम जरूरी?
इस नियम के पीछे मुख्य उद्देश्य रेलवे के आरक्षित कोचों में अव्यवस्था को रोकना है। जब कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ आरक्षित कोच में यात्रा करता है, तो इससे अन्य कन्फर्म रिजर्वेशन वाले यात्रियों को परेशानी होती है और ट्रेन में सीटों की सही व्यवस्था में भी दिक्कत आती है। इसके अलावा, रेलवे को भी नुकसान होता है क्योंकि अनारक्षित यात्रियों के लिए सीट नहीं होती है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह नियम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है। वेटिंग टिकट के साथ यात्रा करने पर होने वाले जुर्माने के द्वारा रेलवे को भी अतिरिक्त आय होती है, जिसे वे यात्रियों की सुविधा और रेलवे नेटवर्क को बेहतर बनाने में खर्च कर सकते हैं।