Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Dec, 2020 01:57 PM
भाजपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा ने बुधवार को अपना इस्तीफा वापिस ले लिया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से मुलाकाक के बाद मनसुख वसावा ने अपना इस्तीफा वापिस लिया। बता दें कि मंगलवार को वसावा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा...
नेशनल डेस्क: भाजपा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा ने बुधवार को अपना इस्तीफा वापिस ले लिया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से मुलाकाक के बाद मनसुख वसावा ने अपना इस्तीफा वापिस लिया। बता दें कि मंगलवार को वसावा ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया था और कहा था कि वह संसद के बजट सत्र में लोकसभा के सदस्य के तौर पर भी इस्तीफा दे देंगे। हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में पारिस्थितिकी संवेदनशील क्षेत्र का उनका विरोध इसकी वजह है। गुजरात के जनजाति बहुल भरूच से 6 बार सांसद रहे वसावा (63) ने मंगलवार को कहा था कि सरकार या पार्टी के साथ उनका कोई मुद्दा नहीं है और वह स्वास्थ्य कारणों से पार्टी छोड़ रहे हैं।
वसावा ने 28 दिसंबर को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आर सी पाटिल को लिखे पत्र में कहा कि वह संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद भरूच से सांसद के तौर पर इस्तीफा दे देंगे। वसावा ने पत्र में कहा कि उन्होंने पार्टी का वफादार बने रहने और पार्टी के मूल्यों को अपने जीवन में आत्मसात करने की पूरी कोशिश की लेकिन वह इंसान हैं और गलतियां उनसे हो सकती हैं। उन्होंने पत्र में कहा कि मैं अंतत: एक मनुष्य हूं और मनुष्य गलतियां कर देता है।
पार्टी को मेरी गलतियों के कारण नुकसान नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं और पार्टी से माफी मांगता हूं। सघन अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर नाराज वसावा ने पिछले साल नौकरशाही पर यह कहते हुए अपनी नाराजगी उतारी थी कि वातानुकूलित घरों में रहने वाले इन लोगों को गरीबों का दर्द मालूम नहीं है।