Edited By Yaspal,Updated: 06 Feb, 2023 05:16 PM

पीएम मोदी ने कहा कि यही एचएल है कि जिसे बहाना बनाकर हमारी सरकार पर तरह-तरह के झूठे आरोप लगाए गए। यही एचएएल है जिसका नाम लेकर लोगों को भड़काने की साजिशें रची गईं
नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक की धरती से बिना नाम लिए राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा कि यही एचएल है कि जिसे बहाना बनाकर हमारी सरकार पर तरह-तरह के झूठे आरोप लगाए गए। यही एचएएल है जिसका नाम लेकर लोगों को भड़काने की साजिशें रची गईं। लोगों को उकसाया गया। संसद के घंटों-घंटे तबाह कर दिए। उन्होंने कहा कि झूठ कितना भी बड़ा क्यों न हो, कितनी ही बार बोला जाता है। कितने ही बड़े लोगों से बोला जाता है। लेकिन एक न एक दिन वो सच के सामने हारता ही है। उन्होंने कहा कि एलएएल की यह हेलिकॉप्टर फैक्ट्री, एचएएल की यह बढ़ती ताकत ढेर सारे पुराने झूठों को और झूठे आरोप लगाने वालों का पर्दाफाश कर रही है। हकीकत खुद बोल रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज वही एचएएल भारतीय की सेनाओं के आधुनिक तेजस बना रहा है। विश्व के आकर्षण का केंद्र है। रक्षा क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भरता को बल दे रहा है। इससे पहले मोदी ने कहा कि बीते 8 साल में रक्षा क्षेत्र की सरकारी फैक्ट्रियां, सरकारी डिफेंस कंपनियों के कामकाज में में सुधार किया, उनको ताकतवर बनाया। वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट सेक्टर के लिए भी दरवाजे खोले। इसका फायदा आज हम देख रहे हैं।
बता दें कि साल 2019 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में एचएएल को सैलरी का मुद्दा उठा दिया। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा , 'एचएएल के पास कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए रुपये नहीं हैं, क्या यह चौंकाने वाला नहीं है? बगैर सैलरी के एचएएल के टैलंट को एए के वेंचर में जाने पर मजबूर होना पड़ेगा।' वहीं सदन में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यदि एचएएल के साथ कॉन्ट्रैक्ट हुआ है तो उनके पास कर्मचारियों को देने के लिए पैसा क्यों नहीं है? खड़गे ने राफेल मामले में जेपीसी की मांग दोहराई है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने सूट-बूट वाले दोस्तों की मदद करने के लिए एचएएल को कमजोर किया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को ट्वीट किया, 'झूठ बोलने वाली रक्षा मंत्री के झूठ का पर्दाफाश हो गया। रक्षा मंत्री ने दावा किया था कि एचएएल को एक लाख करोड़ रुपये की खरीद के ऑर्डर दिए गए हैं।'