Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Jun, 2022 11:02 PM
मानसून की आहट से पहले बढ़ रही गर्मी और उमस से लोग परेशान हो रहे हैं। गर्मी चरम पर पहुंच गई है। लू के थपेड़ों और उमस भरी गर्मी से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं।
साम्बा (संजीव): मानसून की आहट से पहले बढ़ रही गर्मी और उमस से लोग परेशान हो रहे हैं। गर्मी चरम पर पहुंच गई है। लू के थपेड़ों और उमस भरी गर्मी से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। सोमवार को गर्मी ने लोगों को खूब बेहाल किया। बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे लोगों को सोमवार को भी राहत नसीब न हुई और तमतमाए सूरज की गर्मी ने दिन भर बेहाल किए रखा। प्री-मानसून बौछारों के बाद बढ़ी उमस से भी परेशान लोग अब बादलों की राह देख कर रहे हैं।
सुबह के सात बजते ही गर्मी का रौद्र रूप दिखने लगता है। नौ बजे पूर्वाह्न के बाद घर से बाहर निकलना मुश्किल लगता है। शाम को साढे छह से सात बजे तक लू का प्रभाव रहता है। गर्म हवा की वजह से रात में भी चैन नहीं मिलता है। बिजली की अनियमित आपूर्ति संकट को और बढ़ा रही है। पिछले कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। जलापूर्ति की स्थिति भी बदतर है।
गर्मी का आलम यह रहा कि सोमवार को भी पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा जबकि बीती रात का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया। दिन भर लोग गर्मी के कारण पसीना-पसीना होते रहे। गर्मी में हो रही वृद्धि से परेशान लोगों को अब हवा में फैल रही उमस भी बेहाल करने लगी है। उस पर बिजली की समस्या उमस भरी गर्मी से परेशान लोगों की दिक्कतों में इजाफा करने में काई कसर नहीं छोड़ रही है। सवेरे से ही गर्मी की तपिश दोपहरी का अहसास कराने लगती है तो रात को भी महसूस की जाने वाली ठंडक फिलहाल गायब है। दोपहर के वक्त तो आसमान उगल रहा है और शाम ढलने पर भी लू के थपेड़ों से राहत नही मिल रही है। गर्मी की तीव्रता बढऩे के साथ ही बिजली की समस्या भी बढऩे लगी है। कहीं बिजली कटौती है तो कहीं कम वोल्टेज ने लोगों की नाम में दम कर दिया है। हालात यह है कि एसी-कूलर व पंखों के बढ़ते प्रयोग से बिजली ट्रांस्फार्मरों पर लोड बढ़ता जा रहा है जिसके फलस्वरूप अनियमित कटौती व कम वोल्टेज जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
उधर, चिकित्सकों का कहना है कि तेज धूप और गर्म हवा सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। यह समय पर उपचार न मिलने से जानलेवा हो सकता है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. विभाष राजपूत का कहना है कि लू लगने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। गर्मी में तेज बुखार और डायरिया हो जाता है। उन्होंने गर्मी से बचाव के लिए धूप में बाहर न निकलने, पेय पदार्थों का अधिक सेवन करने के साथ हरी सब्जी व ताजे फलों का सेवन करने की सलाह दी है।
फोटो- 12 जेएएमएच साम्बा । (अंगुराना)