Edited By vasudha,Updated: 24 Feb, 2020 05:50 PM
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सोमवार से दो दिवसीय भारत यात्रा के मद्देनजर श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में आतंकवादियों की किसी भी हरकत को विफल करने और हमलों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है...
नेशनल डेस्क: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सोमवार से दो दिवसीय भारत यात्रा के मद्देनजर श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में आतंकवादियों की किसी भी हरकत को विफल करने और हमलों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे के दौरान आतंकवादियों की किसी भी प्रकार की विध्वंसक गतिविधियों को विफल करने के सुरक्षा बलों को सतर्क किया गया है।
इस दौरान ऑल पार्टी सिख कोऑडिर्नेशन कमेटी (एपीएससीसी) के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रैना ने कहा कि आज से ट्रंप का दौरा है और कश्मीर घाटी में रहने वाले सिखों में भय का माहौल बना हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के लिए भारत में जोर-शोर से तैयारी चल रही हैं लेकिन कश्मीर के सिखों के लिए ट्रम्प का भारत दौरा भय का कारण बना हुआ है। इस यात्रा से यह आशंका जतायी जा रही है कि सिख समुदाय के सदस्य अभी भी राडार पर हैं।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति ट्रम्प के दो दिवसीय यात्रा के मद्देनजर श्रीनगर सहित पूरे कश्मीर सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।
सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के किसी भी हमले को रोकने के लिए सिविल लाइंस और कश्मीर के अन्य हिस्सों में तैनात किया गया है। घाटी के अन्य जिलों से श्रीनगर की ओर जाने वाले प्रमुख सड़कों पर सुरक्षा बलों ने नाके लगाये हुए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि भारत में हाई प्रोफाइल एक विदेशी शख्सियत की यात्रा के दौरान आतंकवादी हमेशा व्यवधान पैदा करने के प्रयास में लग रहते हैं लेकिन हमने सभी आवश्यक इंतजाम किए हुए हैं और आशा करते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न होगी।
सिंह ने शनिवार को आतंकवाद विरोधी अभियान की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जनवरी से 12 अभियानों में 25 आतंकवादी मारे गये हैं जबकि कश्मीर घाटी में अभी भी 250 आतंकवादी सक्रिय हैं। उन्होंने आतंकवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील दोहराते हुए कहा कि घाटी में इस साल जनवरी से अब तक 45 से अधिक आतंकवादियों की सहायता करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एपीएससीसी के अध्यक्ष ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की पूर्व संध्या से ही कुछ अनहोनी होने से सिख डर रहे हैं और अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।