Edited By shukdev,Updated: 06 Mar, 2019 07:14 PM
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी लोकसभा चुनावों में एक बार फिर जीतते है तो अगले पांच वर्षों में भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बन कर उभरेगा। शाह ने निजामाबाद में आयोजित...
निजामाबाद: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी लोकसभा चुनावों में एक बार फिर जीतते है तो अगले पांच वर्षों में भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बन कर उभरेगा। शाह ने निजामाबाद में आयोजित संसदीय समूह सभा को संबोधित करते हुए लोगों से मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए राजग उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने के अपील की।
इस सभा में निजामाबाद,मेडक,काहीराबाद,आदिलाबाद तथा करीमनगर से शक्ति केंद्र ऑफिस के पदाधिकारियों समेत भाजपा के हजारों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि केवल भाजपा नेता या कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देशवासी भारत के भविष्य तथा लोगों की भलाई के लिए मोदी को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते है। मोदी की अध्यक्षता में भारत, अमरीका और इजराइल की सूची में शामिल हो गया है जो आतंकवादी शिविरों के स्थान की परवाह किए बिना उन पर हमला करने की इच्छाशक्ति रखता है।
शाह ने कहा कि हमारी सेना ने पुलवामा हमले में शहीद हुए 44 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों का बदला लेते हुए पकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के शिविरों पर हवाई हमला किया है, दुनिया में केवल अमरीका और इजराइल ही ऐसे देश है जिन्होंने विदेश सरजमीन में घुस कर बदला लिया है और ऐसा करने वाला भारत अब तीसरा देश बन गया है। यह मोदी सरकार की बेहतर कूटनीति का नतीजा है कि भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्तमान को पकिस्तान ने केवल 48 घंटों के भीतर ही भारत को सौंप दिया।
शाह ने विपक्षी दलों के महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि महागठबंधन का नेता कौन है ? उनकी नीति क्या है ? उनका कोई नैतिक मूल्य नहीं है। भारतीय वायुसेना के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए हमले के सबूत मांगने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, आंध्र प्रदेश एवं पश्चिम के बंगाल के मुख्यमंत्री, एन.चंद्रबाबू नायडू और ममता बनर्जी और महागठबंधन के अन्य नेताओं की आलोचना करते हुए कहा उन्होंने कहा कि यहां तक कि पाकिस्तान और आतंकवादियों ने भी हताहतों के प्रमाण के बारें में नहीं पूछा।