Edited By Yaspal,Updated: 17 Dec, 2019 11:10 PM
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की तीन राजधानियां हो सकती हैं। विकेंद्रीकरण के तहत ये सोच हकीकत बन सकती है। अभी तक तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद है, लेकिन अब आंध्र प्रदेश ने अपनी
नेशनल डेस्कः आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की तीन राजधानियां हो सकती हैं। विकेंद्रीकरण के तहत ये सोच हकीकत बन सकती है। अभी तक तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद है, लेकिन अब आंध्र प्रदेश ने अपनी अलग राजधानी बनाने की घोषणा कर दी है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि आंध्र प्रदेश की तीन राजधानियां होंगी। ये तीन राजधानियां अलग-अलग काम करेगी। एग्जीक्यूटिव, ज्यूडिशियल और लेजिस्लेटिव कैपिटल के तौर पर तीन अलग-अलग शहरों को राजधानी बनाया जाएगा।
विधानसभा में राज्य की राजधानी के मुद्दे पर एक संक्षिप्त चर्चा का जवाब देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा राजधानी अमरावती विधान-संबंधी राजधानी (एग्जीक्यूटिव कैपिटल), विशाखापत्तनम कार्यकारी राजधानी (एग्जीक्यूटिव कैपिटल) और कुरनूल न्यायपालिका राजधानी (ज्यूडिशियल कैपिटल) बन सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे पास तीन अलग-अलग राजधानियां हो सकती हैं। उनकी आवश्यकता है। हमें इस पर गंभीरता से विचार करना होगा। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर गौर करने के लिए जो विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है उसकी रिपोर्ट के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
अगले कुछ दिनों में समिति की रिपोर्ट आने की उम्मीद है। यह संकेत देते हुए कहा कि सचिवालय और विभागों के प्रमुखों को विशाखापत्तनम में स्थानांतरित किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बंदरगाह में आवश्यक सुविधाएं हैं। जगन ने कहा, विशाखापत्तनम में सभी सुविधाएं हैं। केवल मेट्रो रेल की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अमरावती को पूर्ण विकसित शहर में बदलने के लिए कम से कम एक लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता है।