Edited By shukdev,Updated: 17 Dec, 2019 06:46 PM
नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को देश की राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंसा हुई। अब इस हिंसा मामले में 10 आरोपियों को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया...
नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को देश की राजधानी दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंसा हुई। अब इस हिंसा मामले में 10 आरोपियों को दिल्ली की साकेत कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इससे पहले आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। बचाव पक्ष के वकीलों ने दावा किया कि आरोपियों को उनके बैकग्राउंड की वजह से हिरासत में लिया गया। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से सवाल किया कि क्या इनके खिलाफ पुराने आपराधिक मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि ये पहले भी ऐसे उपद्रवी मामलों के आरोपी रह चुके हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ नेताओं पर भी एफआईआर दर्ज की गई हैंं। वहीं जांच बढ़ने पर और कई लोगों के नाम भी जरूरत पड़ने पर इसमें शामिल किए जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। पुलिस वीडियो की मदद से हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर रही है।
रविवार को दक्षिण दिल्ली में नाराज भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों और मीडिया को निशाना बनाया था। भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली को कब्जे में ले लिया। प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने और पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया।