Edited By Anil dev,Updated: 06 Jul, 2018 10:55 AM
जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद फैलाने के आरोप में जल में बंद एक हुर्रियत नेता की बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भावुकपत्र लिखकर अपने पिता की रिहाई का मांग की है। पत्र के अनुसार, हमारे लिए हमारा घर एक जेल की तरह है, जबकि डैडी महीनों से जेल में...
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद फैलाने के आरोप में जल में बंद एक हुर्रियत नेता की बेटियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भावुकपत्र लिखकर अपने पिता की रिहाई का मांग की है। पत्र के अनुसार, हमारे लिए हमारा घर एक जेल की तरह है, जबकि डैडी महीनों से जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ लगाए गए कोई भी आरोप साबित नहीं हुए हैं। दोनों ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया, हम आपसे तत्काल व्यक्तिगत हस्तक्षेप की उम्मीद करते हैं।
पढ़ाई को जारी रखने में सक्षम हैं लड़कियां
दोनों लड़कियों ने कहा, हमारी जिंदगी के बीते 11 महीने एक अनाथ की तरह गुजरे क्योंकि हाल ही में तिहाड़ में मिलने से पहले हम अपने प्यारे पिता से मिल नहीं पाए थे। पत्र के अनुसार, हम उन्हें मुश्किल से पहचान सके। मधुमेह, हाइपरटेंशन, गठिया से ग्रसित हमारे पिता का वजन स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव की वजह से 15 किलो तक घट गया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि उस देश में जहां प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ नारे से उम्मीद खो चुकी सुविधाहीन लड़कियों के बीच उम्मीद जगती है, हम अपनी पढ़ाई को जारी रखने में सक्षम नहीं हैं। दोनों लड़कियों ने पत्र में लिखा है कि हमारे लिए अब हमारा घर एक जेल की तरह है।