Edited By Anil dev,Updated: 30 Jul, 2018 04:41 PM
जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन सालों में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए 154 सैन्यकर्मी शहीद हुए हैं और 234 घायल हुए हैं। रक्षा राज्य मंत्री डा सुभाष भामरे ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि 2015 से 2017 तक आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में...
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन सालों में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए 154 सैन्यकर्मी शहीद हुए हैं और 234 घायल हुए हैं। रक्षा राज्य मंत्री डा सुभाष भामरे ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि 2015 से 2017 तक आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 154 सैन्यकर्मी शहीद हुए जिनमें से 13 अधिकारी, 07 जूनियर कमीशन अधिकारी और 134 जवान शामिल हैं। विभिन्न मुठभेडों में 234 सैन्यकर्मी घायल हुए जिनमें 30 अधिकारी, 12 जूनियर कमीशन अधिकारी और 192 जवान हैं।
आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाती है सेना
डा भामरे ने बताया कि वर्ष 2017 में 39, 2016 में 65 और 2015 में 50 सैन्यकर्मी शहीद हुए। वर्ष 2017 में 100, 2016 में 85 और 2015 में 49 सैन्यकर्मी घायल हुए। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के छिपे होने और उनकी घुसपैठ की पुख्ता खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना समय समय पर आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाती है।