Edited By Monika Jamwal,Updated: 27 Aug, 2018 07:35 PM
मेजर लितुल गोगोई के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का कश्मीर में व्यापक स्वागत किया जा रहा है। मेजर नितिन लितुल गोगोई द्वारा हयुमन शील्ड बनाए गए फारूक अहमद डार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है।
श्रीनगर: मेजर लितुल गोगोई के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का कश्मीर में व्यापक स्वागत किया जा रहा है। मेजर नितिन लितुल गोगोई द्वारा हयुमन शील्ड बनाए गए फारूक अहमद डार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। उसने इसे अपने लिये न्याय करार दिया है। मेजर को इस वर्ष मई में एक स्थानीय महिला के साथ श्रीनगर के ग्रैंड ममता होटल में पकड़ा गया था और उसके बाद सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आर्डर दिया था।
सेना की सीओआई की रिपोर्ट आ चुकी है और उसमें मेजर को दोषी पाया गया है। रिपोर्ट में मेजर पर एक स्थानीय महिला के साथ होटल पाया जाना और डयूटी स्थल से दूर रहने का दोष पाया गया है। अब सेना मेजर पर सैन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी।
डार की खुशी
फारूक डार का कहना है कि वो खुदा का शुक्र करते हैं। जिसने मेरी जिन्दगी तबाह की उसको सजा मिलने जा रही है। खुदा ने न्याय किया है। डार का कहना है कि मेजर ने उसे जीप के आगे बांध दिया था और जब वीडियो वायरल हुई तो उसकी बदनामी हुई थी। उसने कहा, मैं तनाव में चला गया था। मेजर को मैने कई बार कहा कि मैं पत्थरबाज नहीं हूं पर उसने मेरी नहीं सुनी और मुझे जबरन जीप के आगे बांधकर पूरे इलाके में घुमाया।
क्या है घटना
19 अप्रैल को कश्मीर के बडगाम में ससंदीय चुनावों के दौरान मेजर गोगोई ने फारूक अहमद डार को हयुमन शील्ड बनाकर जीप के आगे बांध दिया था ताकि सेना को पत्थराव से बचाया जा सके। यह घटना काफी चर्चा में रही। कश्मीर के लोगों ने इसका विरोध किया पर सैन्य प्रमुख बिपिन रावत ने मेजर को सम्मानित किया था।