Edited By Anil dev,Updated: 24 Jun, 2019 12:44 PM
करगिल युद्ध के 20 साल पूरे होने के अवसर पर भारतीय वायुसेना ने सोमवार को ग्वालियर हवाई अड्डे को एक युद्ध थिएटर में तब्दील कर दिया है जिसमें 1999 में हुए अभियान की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का नाटकीय रूपांतरण पेश किया गया है।
ग्वालियर: करगिल युद्ध के 20 साल पूरे होने के अवसर पर भारतीय वायुसेना ने सोमवार को ग्वालियर हवाई अड्डे को एक युद्ध थिएटर में तब्दील कर दिया है जिसमें 1999 में हुए अभियान की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का नाटकीय रूपांतरण पेश किया गया है। जम्मू कश्मीर के द्रास-करगिल इलाके में टाइगर हिल हमले का एक प्रतीकात्मक रूपांतरण किया गया है जिसमें युद्ध की महत्वपूर्ण घटनाओं को फिर से बनाने के वास्ते मॉडल हिल को उड़ाने के लिए वायु सेना ने मिराज 2000 विमान और विस्फोटकों का इस्तेमाल किया है।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ थे। भारतीय वायुसेना ने युद्ध के 20 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में हवाई अड्डे पर कई गतिविधियों की योजना बनाई है और टाइगर हिल हमले का प्रतीकात्मक रूपांतरण उनमें से एक है। हवाई अड्डे पर स्थित प्रदर्शनी में पांच मिराज 2000, दो मिग 21 और एक सुखोई 30 एमकेआई तैनात किया गया है। 2000 मिराज में से एक ने स्पाइस बम वाहक को दिखाया गया। बम का इस्तेमाल फरवरी में बालाकोट हवाई हमले में किया गया था।
वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, करगिल युद्ध उच्च पर्वतीय परिस्थितियों में वायु शक्ति के उपयोग का एक अनुकरणीय अनुभव है...। ऑपरेशन विजय का हिस्सा रहे वीरता पुरस्कार पाने वाले कई सेवारत और सेवानिवृत्त वायुसेना कर्मी इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने द्रास-करगिल क्षेत्र में रणनीतिक पहाड़ी से दुश्मन को सफलतापूर्वक भगाने के लिए असाधारण वीरता का प्रदर्शन किया था।