Edited By vasudha,Updated: 15 Apr, 2018 08:00 PM
उन्नाव और कठुआ में हुई रेप की घटनाओं से देश भर में गुस्सा है। बच्चियों से दुष्कर्म के दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का अनिश्चितकालीन अनशन तीसरे दिन भी जारी है।
नेशनल डेस्क: उन्नाव और कठुआ में हुई रेप की घटनाओं से देश भर में गुस्सा है। बच्चियों से दुष्कर्म के दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग को लेकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का अनिश्चितकालीन अनशन तीसरे दिन भी जारी है। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी स्वाति का समर्थन देने रविवार को समता स्थल पहुंचे।
मोदी सरकार पर बोला हमला
अनशन में शामिल होने पर सीएम ने कहा कि मैं एक बाप हूं और यहां अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए आया हूं। दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा के लिए आया हूं। उन्होंने उन्नाव व कठुआ की घटनाओं को शर्मनाक बताते हुये कहा कि एक ऐसा सिस्टम बनना चाहिए कि बलात्कार करने से लोग डरें। उन्होंने मोदी सरकार पर हमले बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और वहां की पुलिस आरोपी विधायक को बचाने लगी है।
यह पूरे देश का मुद्दा
केजरीवाल ने कहा कि ये मुद्दा स्वाति जी का नहीं बल्कि देश का मुद्दा है। यहां आए लोग स्वाति पर अहसान करने नहीं आए बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए आए हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगले विधानसभा के सत्र में स्वाती मालीवाल की मांगों को पूरा करने के लिये आईपीसी व सीपीआरसी में संशोधन का एक बिल लाया जायेगा। सीएम ने कहा कि हाईकोर्ट यह बताये कि दिल्ली में बलात्कार के सभी मामलों की छह महीने में सुनवाई पूरी होने के लिये कितने फास्ट ट्रैक कोर्ट व जज की जरूरत है और इस पर खर्च कितना आयेगा। दिल्ली सरकार तत्काल उतनी राशि का इंतजाम कर देगी जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
देश की महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित
वहीं इससे पहले केजरीवाल ने ट्वीट किया था कि मुख्यमंत्री होने के नाते मैं दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। भारतीय होने के नाते मैं देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले तंत्र की मांग के समर्थन में किये जा रहे विरोध प्रदर्शन का मैं स्वागत करता हूं। जम्मू कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव के बलात्कार मामलों के बाद देश भर में इस तरह की घटनाओं को लेकर लोगों में रोष है और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।