Edited By Seema Sharma,Updated: 15 Mar, 2019 10:59 AM
भारत के साथ संबंध सुधारने की दुहाई देने वाला पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पुलवामा हमले के बाद भारत के साथ बढ़ी तल्खी को कम करने के लिए एक तरफ पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर समझौते
नेशनल डेस्कः भारत के साथ संबंध सुधारने की दुहाई देने वाला पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पुलवामा हमले के बाद भारत के साथ बढ़ी तल्खी को कम करने के लिए एक तरफ पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर समझौते को आगे बढ़ाने के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल भारत भेज रहा है और दूसरी तरफ भारत में इस बैठक की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आतंकी हाफिज सईद के करीबी खालिस्तानी गोपाल सिंह चावला से मुलाकात की, जिससे कॉरीडोर पर एक बार फिर खालिस्तानी साया पड़ गया है। गोपाल चावला पाकिस्तान में रहकर भारत के खिलाफ अभियान चलाता है और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का जनरल सैक्रेटरी है। इससे पहले करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के मौके पर उसने नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की थी।
भारत की शर्तें
- सप्ताह के सातों दिन इस कॉरिडोर को खुला रखा जाए।
- श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब तक पैदल जाने की अनुमति दी जाए।
- अतिरिक्त दस्तावेज या प्रक्रिया के नाम पर कोई अतिरिक्त बोझ न हो यात्रा पूरी तरह से वीजा फ्री होनी चाहिए।
- भारतीय मूल के लोगों को भी जाने की अनुमति मिले।
पाक की शर्तें
- ग्रुप में कम से कम 15 श्रद्धालु हों।
- पासपोर्ट, प्रासंगिक सुरक्षा निकासी दस्तावेज रखने होंगे।
- परमिट सिर्फ करतारपुर की यात्रा के लिए जारी किया जाएगा।
- गलियारा सुबह 8 से शाम 5 बजे तक ही खुला रहेगा।
ऐसा होगा पैसेंजर टर्मिनल
- कमल के फूल के आकार का प्रवेश द्वार, जिसमें सुरक्षा व अन्य सार्वजनिक सुविधाएं होंगी
- मौजूद 16000 स्क्वेयर मीटर का होगा यात्री भवन जो एयरकंडीशंड होगा।
- 2000 यात्रियों के ठहरने की सुविधा होगी, भवन में वी.वी.आई.पी. कक्ष भी होगा।
- 300 फुट ऊंचा तिरंगा लहराएगा
- अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 21,650 स्कवेयर फुट होगा निर्माण ढांचा
- 54 एमीग्रेशन काऊंटर होंगे जो प्रतिदिन 5000 श्रद्धालुओं के दस्तावेज जांचेंगे
- 250 कारों, 10 बसों व 250 बाइकों के पार्किंग की सुविधा