Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 May, 2018 01:08 PM
आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने रमजान के मौके पर घाटी में एकतरफा सीजफायर को एक ड्रामा करार देते हुए कहा कि सीजफायर कोई विकल्प नहीं है और इस तरह के समझौते पर कोई विचार नहीं रखा जा सकता है।
श्रीनगर: आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने रमजान के मौके पर घाटी में एकतरफा सीजफायर को एक ड्रामा करार देते हुए कहा कि सीजफायर कोई विकल्प नहीं है और इस तरह के समझौते पर कोई विचार नहीं रखा जा सकता है। संगठन के प्रवक्ता डा अब्दुल्ला गजनवी ने चीफ महमूद शाह के हवाले से यह बयान दिया है। सीधे तौर पर उसने सीजफायर करने से इन्कार कर दिया है।
संगठन ने अपने बयान में कहा कि ऐसा करके हम अपने अन्दोलन को कम नहीं करना चाहते हैं। उसने कहा कि हम शहीदों के उत्तराधिकारी हैं और ऐसे विकल्प अपनाकर हम शहीदों के लहु का अपमान नहीं कर सकते हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि संगठन ने तो गृह मंत्री के बयान को भी एक नाटक करार दिया। उसने कहा कि यह भारत और उसके कुछ हितैषियों की राय हो सकती है पर यहां तक बात बिपिन रावत की है तो वो कश्मीरी लोगों को सिर्फ डराना चाहता है और निहत्थे छात्रों को निशाना बना रहा है।
हम नहीं करेंगे सीजफायर
लश्कर ने साफतौर पर कहा कि न यह तो पहले कभी हुआ और न ही आगे कभी होगा। हम अपने आन्दोलन में पहले भी सक्रिय थे और आगे भी रहेंगे। लश्कर ने कहा कि वो सुलह के पक्ष में है पर संगीनों के साये में नहीं।