Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 05:58 PM
ये ट्वीट करीब दो महीने पहले की गई थी। अब सीपीआई ने नोटिस में जैदी से पूछा कि उन्होंने क्यों हिदुत्व नेता के समर्थन में ट्वीट किया था। वहीं जैदी ने पार्टी नेताओं से कहा था कि उनका राकेश सिंहा के साथ एक सामाजिक बंधन है जो कि राजनीति और विचारधाराओं से...
नई दिल्लीः सीपीआई के मुस्लिम नेता को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक राकेश सिन्हा के समर्थन में ट्वीट करना बहुत भारी पड़ गया। इस पर पार्टी ने अपने मुस्लिम नेता अमीर हैदर जैदी को नोटिस थमा दिया है।
हालांकि ये ट्वीट करीब दो महीने पहले की गई थी। अब सीपीआई ने नोटिस में जैदी से पूछा कि उन्होंने क्यों हिदुत्व नेता के समर्थन में ट्वीट किया था। वहीं जैदी ने पार्टी नेताओं से कहा था कि उनका राकेश सिंहा के साथ एक सामाजिक बंधन है जो कि राजनीति और विचारधाराओं से अलग है।
बता दें कि राकेश सिन्हा ने जुलाई में किए अपने एक ट्वीट में लिखा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी के दमनकारी नियम के खिलाफ हम अपनी आखिरी सांस तक लड़ेंगे।
इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अमीर हैदर जैदी ने लिखा, ये लड़ाई अकेले राकेश सिन्हा की नहीं है। आज राकेश सिन्हा है कल कोई और भी हो सकता है। ममता सरकार तानाशाह नजर आ रही हैं और राजनीतिक विरोध का यह मतलब नहीं है।
अमीर हैदर जैदी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए राकेश सिन्हा ने लिखा था शुक्रिया अमीर हैदर जैदी जी, आपका समर्थन वैचारिक बाधाओं से ऊपर उठकर है जो कि लोकतंत्र के लिए बहुत मायने रखता है।
गौरतलब है कि राकेश सिन्हा पर जुलाई में पश्चिम बंगाल में हुए दंगों को लेकर ममता सरकार द्वारा केस दर्ज कराया गया था। सिन्हा ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि वे दो सालों से बंगाल नहीं गए हैं और उनपर इस प्रकार का झूठा केस बनाया जा रहा है।
राकेश सिन्हा ने लिखा था कि मुझ पर बंगाल में साम्प्रदायिक सद्भाव खराब करने, षड्यंत्र करने, दंगा भड़काने का आरोप लगाकर एफआईआर की गई। जबकि मैं दो साल से बंगाल नहीं गया हूं।