Edited By Anil dev,Updated: 20 May, 2020 04:01 PM
महाराष्ट्र के पुणे जिले से पैदल चलकर परभणी स्थित अपने पैतृक स्थान जा रहे चालीस वर्षीय एक श्रमिक की भूख और प्यास से मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
औरंगाबादः महाराष्ट्र के पुणे जिले से पैदल चलकर परभणी स्थित अपने पैतृक स्थान जा रहे चालीस वर्षीय एक श्रमिक की भूख और प्यास से मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। अंभोरा पुलिस थाने के सहायक निरीक्षक ज्ञानेश्वर कुकलारे ने बताया कि सोमवार को बीड जिले के धनोरा गांव में पिंटू पवार अपने निवास स्थान से करीब 200 किलोमीटर दूर मृत पाया गया। अधिकारी ने कहा, “बाद में शव परीक्षण होने पर पता चला कि अत्यधिक चलने, भूख और शरीर में पानी की कमी होने के कारण 15 मई के आसपास उसकी मौत हो गई थी।”
मृतक परभणी जिले के एक गांव का रहने वाला था और गन्ने के खेत में काम करता था लेकिन लॉकडाउन लागू होने के बाद वह पुणे में अपने भाई के घर रहने चला गया था। इसके बाद उसने अपने गांव जाने का निश्चय किया। आठ मई को वह पैदल निकल पड़ा और 14 मई को अहमदनगर पहुंचा। श्रमिक के पास मोबाइल फोन नहीं था इसलिए उसने किसी अन्य व्यक्ति के फोन से 14 मई को अपने घर पर संपर्क किया।
अधिकारी ने बताया कि वहां से श्रमिक 30-35 किलोमीटर चलकर धनोरा पहुंचा और टिन के एक शेड के नीचे आराम करने लगा। सोमवार को, वहां से गुजरने वाले राहगीरों को बदबू आई तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।अधिकारी ने कहा कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो वहां पवार को मृत पाया। उन्होंने कहा कि शव परीक्षण के बाद मृतक के परिजनों से बातचीत कर धनोरा ग्राम पंचायत और पुलिस ने मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।