Edited By ,Updated: 24 Nov, 2016 03:23 PM
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार के नोटबंदी के निर्णय को लागू करने के तरीके को पूरी तरह विफल करार देते हुए आज राज्यसभा में कहा कि इसके कारण देश भर में जमकर ‘संगठित’ और ‘कानूनी लूट मार’ हुई तथा आम आदमी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार के नोटबंदी के निर्णय को लागू करने के तरीके को पूरी तरह विफल करार देते हुए आज राज्यसभा में कहा कि इसके कारण देश भर में जमकर ‘संगठित’ और ‘कानूनी लूट मार’ हुई तथा आम आदमी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। सिंह ने राज्यसभा में नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर कई सवाल दागे और यह भी साफ कर दिया कि वह खुद और कांग्रेस पार्टी काले धन तथा भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी के विरोध में नहीं है लेकिन इसे लागू करने के तरीके में सरकार पूरी तरह विफल रही है।
मनमोहन ने राज्यसभा में कहीं ये खास बातें
-गरीबों के लिए 50 दिन भी पीड़ादायक है। आम लोगों को नोटबंदी से तकलीफ हुई है।
-अब तक 65 लोगों की नोटबंदी के चलते मौत हो चुकी है, जो कष्टदायक है।
-अब करेंसी सिस्टम में लोगों को भरोसा कम हुआ है।
- देश की अर्थव्यवस्था भी कमजोर हुई है।
-किसानों और छोटे उद्योगपतियों को नुकसान पहुंचा है।
- हर दिन नए नियम बनाना सही नहीं है। पीएमओ फैसले को लागू कराने मे असफल रहा।
-नोटबंदी से जीडीपी में 2 फीसदी गिरावट आई है।
-लोग अपने ही पैसे बैंकों से नहीं निकाल पा रहे हैं।
-भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले के बाद से आलोचना हो रही है लेकिन यह जायज है।
-पीएम लोगों की समस्याएं हल करें।
सिंह ने कहा कि इस निर्णय के कारण आम आदमी को हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री को रचनात्मक और व्यवहारिक उपायों की घोषणा करनी चाहिए। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दलील दी है कि यह कदम काले धन पर अंकुश लगाने तथा आतंकवादियों को हो रही फंडिंग रोकने के लिए उठाया गया है । वह इससे असहमत नहीं हैं लेकिन इस निर्णय को लागू करने में सरकार ने भारी गलतियां की हैं और वह पूरी तरह विफल रही है।