Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 11:49 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही देशवासियों को पहली बुलेट ट्रेन की सौगात देंगे, इसके लिए उन्होंने पहला कदम बढ़ा लिया है। पीएम मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे 14 सितंबर को गुजरात के शहर में प्रस्तावित अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल नेटवर्क की...
अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही देशवासियों को पहली बुलेट ट्रेन की सौगात देंगे, इसके लिए उन्होंने पहला कदम बढ़ा लिया है। पीएम मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे 14 सितंबर को गुजरात के शहर में प्रस्तावित अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल नेटवर्क की आधारशिला रखेंगे।
2023 तक पूरा होगा काम
अहमदाबाद से मुंबई के बीच इस हाई स्पीड रेल नेटवर्क को पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2023 तय किया गया है। हालांकि अधिकारियों के अनुसार, सरकार समयसीमा घटा कर वर्ष 2022 भी कर सकती है। इस हाई स्पीड रेलमार्ग में 12 रेलवे स्टेशन प्रस्तावित हैं। प्रत्येक स्टेशन पर ट्रेन सिर्फ 165 सेकेंड के लिए रुकेगी। परियोजना पर करीब 1.10 लाख करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है जिसमें जापान आंशिक रूप से वित्तीय मदद कर रहा है।
क्या होगा फायदा
-बुलेट ट्रेन के रूप में प्रचलित इस हाई स्पीड रेल नेटवर्क के जरिए एक ट्रेन में 750 यात्री सवारी कर सकते हैं।
-इससे अहमदाबाद से मुंबई के बीच यात्रा का समय सात घंटे से घटकर से तीन घंटे रह जाएगा।
-इस पहले हाई स्पीड रेल नेटवर्क में मुंबई में बोइसार और बीकेसी के बीच 21 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी, जिसका सात किलोमीटर का हिस्सा पानी के भीतर होगा।
-रेल नेटवर्क के निर्माण में कम से कम भूमि अधिगृहीत करने के उद्देश्य से समूची लाइन को करीब 20 मीटर की ऊंचाई पर निर्मित करने का फैसला लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में देश विकास के वादों के साथ आई थी। बुलेट ट्रेन देश विकास में पहला कदम माना जा रहा है।