Edited By Seema Sharma,Updated: 29 May, 2019 12:14 PM
नरेंद्र मोदी गुरुवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इस कार्यक्रम में करीब 6000 से ज्यादा लोगों के उपस्थित रहने की उम्मीद है। पीएम मोदी के साथ ही उनका पूरा मंत्रिमंडल भी शपथ ग्रहण करेगा।
नई दिल्लीः नरेंद्र मोदी गुरुवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इस कार्यक्रम में करीब 6000 से ज्यादा लोगों के उपस्थित रहने की उम्मीद है। पीएम मोदी के साथ ही उनका पूरा मंत्रिमंडल भी शपथ ग्रहण करेगा। राष्ट्रपति भवन पहली बार किसी एक कार्यक्रम के लिए इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मेहमाननवाजी करने जा रहा है। भले ही बड़ी संख्या में मेहमान मोदी के शपथ समारोह में शामिल हो रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि समारोह बड़ी सादगीपूर्ण हो।
शपथ ग्रहण समारोह के खास इंतजाम
- शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के बाहरी प्रांगण में होगा। मुख्य द्वार और मुख्य भवन के बीच एक भव्य रास्ता बनाया जाएगा, जिसका इस्तेमाल राज्य के प्रमुखों और देशों के शासनाध्यक्षों के औपचारिक स्वागत के लिए होगा।
- इस बार BIMSTEC देशों के नेताओं के अलावा कई देशों के राजदूत, बुद्धिजीवी, राजनीतिक एक्टिविस्ट्स, फिल्म स्टार और सिलेब्रिटी को बुलाया गया है। जानकारों की मानें तो इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों के प्रमुखों के अलावा कई वरिष्ठ राजनेताओं को भी बुलाया गया है।
- शाम को 7 बजे समरोह के बाद अतिथियों के लिए हल्के रात्रिभोज की व्यवस्था भी की गई है। डिनर में वेज और नॉनवेज दोनों की व्यवस्था की गई है।
- राष्ट्रपति भवन के रसोईघर को निर्देश दिया गया है कि अतिथियों में कई लोग भारत के पूर्वी इलाके से भी हैं, जहां रात्रिभोज को काफी हल्का रखा जाता है।
- डिनर मेन्यु में 'दाल रायसीना' को भी जगह दी गई है।
- यह चौथा मौका होगा जब प्रधानमंत्री पद की शपथ दरबार हॉल की जगह राष्ट्रपति भवन के बाहरी प्रांगण में होगी। दरबार हॉल में महज 500 लोगों का समारोह ही संभव है। सबसे पहले चंद्रशेखर ने 1990 में बाहरी प्रांगण में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयर ने 1998 में और इसके बाद 2014 में नरेंद्र मोदी ने बाहरी परिसर में शपथ ग्रहण की थी।
उल्लेखनीय है कि 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के प्रमुखों के अलावा करीब 4000 मेहमान शामिल हुए थे। उस दौरान शपथ ग्रहण समारोह का समय 6 बजे रखा गया था।