Edited By Monika Jamwal,Updated: 08 Jun, 2018 03:14 PM
एक बार फिर हुरिर्यत और आतंक का रिश्ता उजागर हो गया है। एनआईए ने 2016 में आर्मी कैंप नगरोटा पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है।
श्रीनगर : एक बार फिर हुरिर्यत और आतंक का रिश्ता उजागर हो गया है। एनआईए ने 2016 में आर्मी कैंप नगरोटा पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। मोहम्मद आशिक बाबा नाम का यह शख्स हुरिर्यत का नजदीकी है और हुरिर्यत की तरफ से चार बार पाकिस्तान का दौरा कर चुका है। एनआईए के अधिकारियों के अनुसार वर्ष 2015 और 2017 के बीच बाबा ने वाघा बार्डर से चार बार पाकिस्तान का दौरा किया।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार हुरिर्यत नेता सईद अली शाह गिलानी, अब्दुल्ल गनी भट्ट और मीरवायज उमर फारूक के रेफरेंस लेटर पर उसे पाक वीजा मिला। बाबा जैशे मोहम्मद के कमांडरों से पाकिस्तान में मिला और वह आईएसआई का स्थानीय ऐजेंट था। बाबा को वापिस लौटने पर निर्देश मिलते थे कि कब और किस तरह से उसे आतंकी ग्रुप मिलेंगे।
कई बड़े खुलासे
अधिकारी ने बताया कि अप्रैल और मई 2017 को बाबा पाकिस्तान गया और वो वहां पर वसीम, अब्बु तला और मुफ्ती असगर से मिला। उसने मौलाना मसूद अजहर के भाई मौलाना राउफ से भी मुलाकात की। यह भी खुलासा हुआ कि वर्ष 2016 में जब नगरोटा में हमला किया गया तो उस समय बाबा जैश के ऑपरेटिव सईद मुनीर उल हसन और पुलवामा के लकड़ी के ठेकेदार तारीक अहमद डार नियमित तौर पर संपर्क में थे। यह लोग व्हाट्स ऐप और टेक्सट मैसेज से एक दूसरे को संपर्क कर रहे थे। गौरतलब है कि नगरोटा कैंप पर आतंकी हमले में सात जवान शहीद हो गये थे और हमलावर भी मारे गये थे।