Edited By Anil dev,Updated: 19 Nov, 2020 11:26 AM
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर 5 जनवरी को हुई हिंसा के मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की एक कमेटी ने स्थानीय पुलिस को क्लीन चिट दे दी है। खबर के मुताबिक, इस हिंसा में लोकल दिल्ली पुलिस पर लापरवाही के आरोप थे। हिंसा से जुड़ी जानकारी और...
नेशनल डेस्क: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर 5 जनवरी को हुई हिंसा के मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की एक कमेटी ने स्थानीय पुलिस को क्लीन चिट दे दी है। खबर के मुताबिक, इस हिंसा में लोकल दिल्ली पुलिस पर लापरवाही के आरोप थे। हिंसा से जुड़ी जानकारी और पुलिस की लापरवाही के आरोपों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने फैक्ट फाइंडिंग कमिटी बनाई थी।
क्या है मामला
बता दें कि 5 जनवरी को करीब 100 नकाबपोशों ने लाठी-डंडों के साथ यूनिवर्सिटी में घुसकर करीब चार घंटों तक उन्होंने तोडफ़ोड़ की थी। इसमें 36 लोग जख्मी भी हुए थे, जिसमें जेएनयू के छात्र, टीचर और स्टाफ के लोग शामिल थे। इस मामले में एफआईआर के बाद केस को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया था। अबतक इसमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे
कैंपस इस हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस विवादों के घेरे में थी। लोगों का कहना था कि कैंपस में जिस समय हिंसा हो रही थी उस समय दिल्ली पुलिस कैंपस के बाहर खड़ी थी लेकिन वह विश्वविद्यालय के अंदर दाखिल नहीं हुई। उनका कहना था अगर पुलिस सही समय कैंपस में आ जाती तो हिंसा रूक सकती थी। हालांकि, पुलिस ने अपने बचाव में कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों की अनुमति उसके पास नहीं थी, इसलिए वह कैंपस में दाखिल नहीं हुई।