Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 May, 2018 11:07 PM
नीदरलैंड ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल होने की भारत की दावेदारी के पक्ष में सदस्य देशों के बीच आम सहमति बनाने की दिशा में समर्थन का भरोसा दोहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट की बातचीत के बाद जारी...
नई दिल्ली: नीदरलैंड ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में शामिल होने की भारत की दावेदारी के पक्ष में सदस्य देशों के बीच आम सहमति बनाने की दिशा में समर्थन का भरोसा दोहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट की बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने निरस्त्रीकरण और वैश्विक अप्रसार के प्रयासों के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
नीदरलैंड ने मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था , वासेनार अनुबंध और ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत की सदस्यता पर बधाइयां दी। बयान में कहा गया , ‘वैश्विक अप्रसार को मजबूत करने की दिशा में नीदरलैंड एनएसजी में भारत की सदस्यता के लिए सदस्य देशों के बीच आम सहमति तैयार करने की प्रतिबद्धता दोहराता है।’ दोनों पक्ष 2018 में द्विपक्षीय साइबर वार्ता आयोजित करने पर भी सहमत हुए। इसमें इंटरनेट संचालन , डेटा सुरक्षा , साइबर सुरक्षा नीति , कम्पयूटर सुरक्षा घटना प्रतिक्रिया दल का सहयोग और अंतरराष्ट्रीय क्षमता निर्माण जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने हेग सिक्योरिटी डेल्टा और हैदराबाद सिक्योरिटी क्लस्टर के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के जरिए तालमेल बढ़ाने का स्वागत किया। मोदी और रूट ने दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में तालमेल का आह्वान किया। उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं पर्यावरण परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में चुनौतियों से निपटने के लिए समाधान तलाशने की दिशा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के महत्व पर भी जोर दिया।