Edited By Anil dev,Updated: 21 Jul, 2018 03:37 PM
लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के पूरे भाषण से ज्यादा अचानक पीएम नरेंद्र मोदी के करीब चले गये और उन्होंने पीएम मोदी से हाथ मिलाया और उनसे गले मिले। राहुल गांधी के मोदी को गले लगाने पर बीजेपी नेता आपत्ति दर्ज...
नई दिल्ली: लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के पूरे भाषण से ज्यादा अचानक पीएम नरेंद्र मोदी के करीब चले गये और उन्होंने पीएम मोदी से हाथ मिलाया और उनसे गले मिले। राहुल गांधी के मोदी को गले लगाने पर बीजेपी नेता आपत्ति दर्ज कर रहे हैं और सदन की मर्यादा के खिलाफ बता रहे हैं। लेकिन इन सब के बीच ये सवाल भी उठा कि संसद के नियमों के तहत राहुल का पीएम को गले लगाना कितना सही है और इस बारे में संसद के नियम क्या कहते हैं। संसद में भाषण देने, प्रस्ताव रखने और भाषण देने से जुड़े तो कई नियम हैं।
आइए, जानते हैं क्या कहते हैं संसद के नियम...
- सांसद संसद में कोई किताब, अखबार या पत्र नहीं पढ़ सकते हैं, जो कार्यवाही से संबंधित न हो।
- भाषण दे रहे सांसद को कोई भी अन्य व्यक्ति परेशान नहीं कर सकता और न ही कोई गलत एक्सप्रेशन दे सकता है। कोई भी सासंद स्पीकर और अपनी बात रख रहे अन्य सासंद के सामने से नहीं गुजर सकता।
- जब स्पीकर सदन को संबोधित कर रहा हो, उस समय कोई सासंद सदन से बाहर नहीं जा सकता।
- सांसद को सदन को संबोधित करते समय अपनी सीट पर ही खड़े रहना होगा और अन्य लोगों को उस समय शांति बनाए रखनी होती है जब सदन में कोई न बोल रहा हो।
- सदन में अध्यक्ष की गरिमा होती है। अध्यक्ष के सामने सांसद बैठ नहीं सकता और न ही अध्यक्ष को पीठ दिखाकर खड़ा हो सकता है। संसद में कोई कैसेट या टेप रिकॉर्डर नहीं बजा सकता।
- संदन में नारेबाजी भी नहीं की जा सकती। न ही अध्यक्ष पर व्यक्तिगत तौर पर अप्रोच किया जा सकता है।
- राष्ट्रीय ध्वज के अलावा किसी भी तरह को कोई बैच भी नहीं लगाया जा सकता।
- सासंद सदन में कोई झंडे नहीं ला सकते और न ही कोई हथियार ला सकते हैं। सांसदों को सदन की लॉबी में जोर से हंसने और बात करने से बचना चाहिए ।
- किसी के विरोध में सांसद दस्तावेज फाड़ नहीं सकते।
- सदन में सांसद द्वारा साहित्य, प्रश्न उत्तर, पंफ्लेट या प्रेस नोट आदि नहीं बांट सकते।