Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Jan, 2021 01:35 PM
देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर नई दिल्ली के राजपथ पर जमीन से लेकर आसमान तक देश की ताकत देखने को मिली। कोरोना की वजह से गणतंत्र दिवस परेड में कई बदलाव किए गए थे बावजूद इसके इस बार कई ऐतिहासिक पल देखने को मिले। गणतंत्र दिवस पर...
नेशनल डेस्क: देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर नई दिल्ली के राजपथ पर जमीन से लेकर आसमान तक देश की ताकत देखने को मिली। कोरोना की वजह से गणतंत्र दिवस परेड में कई बदलाव किए गए थे बावजूद इसके इस बार कई ऐतिहासिक पल देखने को मिले। गणतंत्र दिवस पर इस बार अयोध्या के राम मंदिर की झांकी देखने को मिली। अकेला राम मंदिर ही नहीं राजपथ पर अन्य कई प्रसिद्ध मंदिरों की झांकी देखने को मिली।
अयोध्या (राम मंदिर)
राजपथ पर जैसे ही राम मंदिर की झांकी आई तो चारों तरफ जयश्री राम गूंजमान हो उठा। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार उत्तर प्रदेश की तरफ से अयोध्या के राम मंदिर की झांकी पेश की गई। झांकी में अयोध्या की संस्कृति, राम मंदिर की प्रतिकृति, दीपोत्सव की झलक और रामायण के विभिन्न हिस्सों की झलक दिखाई गई। झांकी के अगले हिस्से में महर्षि वाल्मीकि की मूर्ति लगी हुई थी। झांकी में कुछ लोग साधु का वेष धारण कर राम धुन पर भजन करते हुए झूम रहे थे।
उत्तराखंड (केदारनाथ मंदिर)
गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर की झांकी भी देखने को मिली। झांकी के अगले हिस्से में मस्क डियर यानी उत्तराखंड के हिरण की मूर्ति लगी हुई थी और बीच में नंदी बैल की मूर्ति थी। इसेक बाद केदारनाथ मंदिर था जहां तीर्थयात्री पहुंचते दिख रहे थे। साल 2013 में आई आपदा के बाद मंदिर कैसे उस त्रासदी से उबर कर अब कैसा दिख रहा है, यह दिखाने की कोशिश की गई।
मोढेरा (सूर्य मंदिर)
गुजरात का विश्व प्रसिद्ध मोढेरा का सूर्य मंदिर भी राजपथ पर दिखा। इस झांकी को बनाने में तीन महीने का समय लगा।
आंध्र प्रदेश (लेपाक्षी मंदिर)
आंध्र प्रदेश सरकार की तरफ से परेड में लेपाक्षी मंदिर की झांकी पेश की गई। लेपाक्षी मंदिर के जरिए आंध्र प्रदेश की संस्कृति और धरोहर का प्रदर्शन किया गया। अनंतपुर जिले का लेपाक्षी मंदिर भारतीय वास्तुशिल्प भव्यता का एक बेहतरीन उदाहरण है।