मोदी की विशाल जीत पर पाकिस्‍तानी अखबार में छपा दिलचस्प संपादकीय

Edited By Tanuja,Updated: 25 May, 2019 11:31 AM

pakistani news paper dawn published editorial on modi s victory

लोकसभा चुनावों में  PM नरेंद्र मोदी की जीत से पूरी दुनिया उनकी मुरीद हो गई है। विश्व भर से विदेश के दिग्गज नेताओं ने उन्हें ...

इस्लामाबादः लोकसभा चुनावों में  PM नरेंद्र मोदी की जीत से पूरी दुनिया उनकी मुरीद हो गई है। विश्व भर से विदेश के दिग्गज नेताओं ने उन्हें इस बेमिसाल जीत की बधाई दी व उनके नेृतत्व में आगे काम करने की इच्छा जताई है। लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भले ही मोदी को जीत की मुबारक दी हो लेकिन वहां की मीडिया की मानसिकता अब भी बदलती दिखाई नहीं दे रही है।पाकिस्‍तान के नामी अखबार द डॉन ने मोदी की जीत पर एक दिलचस्प संपादकीय लिखा है जिसमें उसने इस जीत पर चिंता जताई है।

PunjabKesari

इसमें कहा गया है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में सांप्रदायिक राजनीति की जीत लोकतंत्र के भविष्‍य को तय करेगी। इसके मुताबिक इन परिणामों ने चुनावी पंडिंतों की उस भविष्‍यवाणियों को दरकिनार कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि भारत की अर्थव्‍यवस्‍था पीएम मोदी के वोट बैंक पर भारी पड़ेगी। लेकिन अब रिजल्‍ट सभी के सामने हैं और अति राष्‍ट्रवादी पार्टी भाजपा लोकसभा चुनाव में मिली एकतरफा जीत के बाद एक बार फिर से पांच वर्षो के लिए भारत में सरकार बनाने जा रही है।

PunjabKesari

अखबार ने लोकसभा चुनाव के इन परिणामों को आश्‍चर्यजनक बताया है। संपादकीय के मुताबिक इससे यह बात साफ हो गई है कि चुनाव में जीत पाने या मतदाताओं को लुभाने के लिए धार्मिक घृणा और सांप्रदायिक राजनीति को एक हथियार के तौर पर इस्‍तेमाल किया जा सकता है। इस बात को भूला नहीं जा सकता है कि पीएम मोदी का पूरा चुनाव प्रचार मुस्लिमों और पाकिस्‍तान के खिलाफ किया गया था। इसके अलावा भारत ने पाकिस्‍तान के साथ तनाव को न सिर्फ बढ़ाया बल्कि चुनाव में इसका पूरा फायदा भी उठाया और भारतीय जनमानस की भावनाएं भड़काने के लिए उन्‍होंने पाकिस्‍तान में एयर स्‍ट्राइक तक के आदेश दिए। लेकिन चुनाव के नतीजों के बाद अब सब कुछ खत्‍म हो चुका है।

PunjabKesari

संपादकीय में कहा गया है कि हमें उम्‍मीद है कि मोदी इस कार्यकाल में उन कट्टरवादी हिंदु संगठनों पर लगाम लगाएंगे जिनके निशाने पर भारत के अल्‍पसंख्‍यक या मुस्लिम रहते आए हैं। इसके अलावा पीएम मोदी इस कार्यकाल में सही मायने में क्षेत्र की शांति बनाए रखने के लिए काम करेंगे। यह केवल तब ही मुमकिन है जब पीएम मोदी पाकिस्‍तान से इस बारे में वार्ता को आगे आएंगे। पाकिस्‍तान ने पहले भी कई बार विवादित मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत से वार्ता की मेज पर आने की अपील की है, लेकिन वह हर बार इस अपील को ठुकराते रहे हैं।

PunjabKesari

अखबार के मुताबिक चुनाव परिणाम सामने आने से एक दिन पहले ही एक फोटोग्राफर ने पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी और भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज की एकसाथ फोटो कैप्‍चर की थी। यह फोटो किर्गिस्‍तान के बिश्‍केक में एससीओ की बैठक से इतर खींची गई थी। मीडिया में आई खबरों में यहां तक कहा गया था कि सुषमा ने कुरैशी के साथ स्‍वीट्स शेयर किए पूर्व में हुई बातचीत को भी याद किया। इस फोटो के सामने आने के बाद इस बात के कयास भी लग रहे हैं कि रमजान माह के बाद भारत और पाकिस्‍तान के बीच वार्ता हो सकती है। अखबार ने ये भी है कि हालांकि भारत के पूर्व के अनुभवों के आधार पर यह कहना निराधार नहीं होगा कि वह क्षेत्र में शांति को लेकर सीरियस नहीं है। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!