Edited By vasudha,Updated: 08 Oct, 2020 02:09 PM
पश्चिम बंगाल में अपनी साथी की हत्या के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। कोलकाता में जगह-जगह ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं। राज्य सचिवालय की ओर भाजपा के मार्च के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच...
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में अपनी साथी की हत्या के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। कोलकाता में जगह-जगह ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं। राज्य सचिवालय की ओर भाजपा के मार्च के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच झड़प होने की घटना सामने आई है। पुलिस ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाईं, जिसमें कई लोग घायल हो गए।इसके विरोध में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बीच सड़क धरने पर बैठ गए हैं।
पुलिस सूत्र ने बताया कि भाजपा के ‘नभाना की ओर मार्च' के दौरान हावड़ा के संतरागाछी में कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारों और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। बीजेपी के इस प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी मुख्यालय के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। वहीं विद्यागसागर सेतु और हावड़ा ब्रिज को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। किसी भी वाहन को वहां से गुजरने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
दरअसल राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं की कथित हत्याओं को लेकर कोलकाता में 'नबन्ना चलो' आंदोलन में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय आदि शामिल हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ममता सरकार डरती है, इसलिए विरोध के बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकारों को भी नकार रही है।
गौरतलग है कि उत्तरी 24 परगना में नगर निकाय के पार्षद शुक्ला की रविवार शाम को यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर टीटागढ़ में मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में अबतक तीन लोग गिरफ्तार किर लिए गए हैं।