Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Feb, 2020 08:44 AM
अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत में विश्व की पहली हाइपरलूप ट्रेन दौड़ सकती है। हाइपरलूप ट्रेन एक ट्यूब में से होकर गुजरती है और इसकी स्पीड 1200 कि.मी. प्रति घंटे तक पहुंच जाती है। हाइपरलूप को लेकर वर्जिन ग्रुप ने अपना प्रस्ताव सड़क परिवहन मंत्री नितिन...
नई दिल्ली: अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत में विश्व की पहली हाइपरलूप ट्रेन दौड़ सकती है। हाइपरलूप ट्रेन एक ट्यूब में से होकर गुजरती है और इसकी स्पीड 1200 कि.मी. प्रति घंटे तक पहुंच जाती है। हाइपरलूप को लेकर वर्जिन ग्रुप ने अपना प्रस्ताव सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सामने रखा है। इस प्रोजैक्ट को लेकर महाराष्ट्र सरकार से पहले भी बातचीत हो रही थी, लेकिन शिवसेना की सरकार बनने के बाद प्रोजैक्ट को रोक दिया गया जिसके बाद ग्रुप के प्रतिनिधि नितिन गडकरी से बातचीत को आगे बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं।
दिल्ली-मुंबई के बीच हाइपरलूप का प्रस्ताव
सूत्रों के अनुसार, कंपनी के प्रतिनिधियों ने दिल्ली से मुंबई के बीच 1300 कि.मी. लंबी दूरी पर इस ट्रेन को चलाने का प्रस्ताव है। वर्जिन ग्रुप ने पहले मुंबई और पुणे के बीच ट्रेन चलाने को लेकर अपना प्रस्ताव दिया था, जिसे तत्कालीन भाजपा सरकार से मंजूरी भी मिल चुकी थी। प्रोजैक्ट के पहले फेज में 11.8 कि.मी. लंबा ट्रैक बनता, जिसकी लागत 10 अरब डॉलर थी। इसे बनने में 2.5 साल का वक्त लगता।
CM उद्धव ने बुलेट ट्रेन प्रोजैक्ट को भी कैंसिल किया
कुर्सी संभालने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुलेट ट्रेन समेत ऐसे तमाम प्रोजैक्ट कैंसिल कर दिए हैं। डिप्टी सी.एम. अजीत पवार ने कहा था कि हमारी ऐसी आर्थिक स्थिति नहीं है कि हाइपरलूप जैसे कॉन्सैप्ट को अपने देश में प्रयोग में लाएं। फिलहाल ट्रांसपोर्ट के दूसरे माध्यम पर विचार किया जाएगा। जब इस तरह की टैक्नोलॉजी दूसरे देशों में प्रयोग में आएगी, तब हम इसके बारे में विचार करेंगे।