गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने नए कृषि कानूनों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों में सुधार लंबे समय से अपेक्षित था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि "प्रारंभिक चरणों में सुधार का रास्ता गलतफहमी पैदा कर सकते है लेकिन यह संदेह से परे है कि सरकार
नेशनल डेस्कः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने नए कृषि कानूनों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों में सुधार लंबे समय से अपेक्षित था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि "प्रारंभिक चरणों में सुधार का रास्ता गलतफहमी पैदा कर सकते है लेकिन यह संदेह से परे है कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
72 वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों का उल्लेख किया, जिसके खिलाफ किसान संघ 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान यूनियनों ने सरकार के साथ 11 दौर की बातचीत की है और लगभग 18 महीनों तक तीन नए कृषि कानूनों को लागू करने के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है। वे तीनों कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।
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