Edited By rajesh kumar,Updated: 19 Jun, 2022 02:55 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन में यह मुलाकात हुई है। राष्ट्रपति भवन या फिर प्रधानमंत्री ऑफिस से इस मीटिंग के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। माना जा सकता है कि राष्ट्रपति और पीएम मोदी के...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन में यह मुलाकात हुई है। राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।'' माना जा सकता है कि राष्ट्रपति और पीएम मोदी के बीच ये शिष्टाचार मुलाकात है। दोनों के बीच क्या बात हुई और मुलाकात कितनी देर तक चली, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। राष्ट्रपति के रूप में कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा। बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं।
Delhi | Prime Minister Narendra Modi calls on President Ram Nath Kovind at Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/2wN1SNGgfm
— ANI (@ANI) June 19, 2022
वहीं, चुनाव आयोग ने 18 जुलाई को होने वाले 16वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए जारी की अधिसूचना के मुताबिक, नामांकन 29 जून तक दाखिल किए जा सकते हैं और 30 जून को दस्तावेजों की जांच की जाएगी। चुनावी मैदान से नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 2 जुलाई है। मतगणना 21 जुलाई को होगी। एक सूत्र के अनुसार अधिसूचना जारी होने के बाद देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए 11 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया। सूत्र ने कहा कि हालांकि, एक नामांकन अधूरे दस्तावेजों के कारण खारिज कर दिया गया है।
फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति चुनाव से वापस लिया नाम
नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में अपना नाम वापस लेते हुए कहा कि वह ‘‘बेहद महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहे जम्मू-कश्मीर'' का रास्ता तय करने में अपनी भूमिका निभाना चाहेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के बाद 84 वर्षीय फारूक अब्दुल्ला दूसरे नेता हैं जिन्होंने जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष की ओर से संभावित उम्मीदवार के रूप में अपना नाम वापस ले लिया है।
अब्दुल्ला ने यह घोषणा मुंबई में होने वाली विपक्ष की संयुक्त बैठक से पहले की है। इस बैठक के बाद विपक्ष संयुक्त रूप से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है। बनर्जी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा और समाजवादी पार्टी सहित 17 विपक्षी पार्टियों के साथ हुई बैठक में अब्दुल्ला के नाम का प्रस्ताव रखा है। बनर्जी ने पवार द्वारा इंकार किए जाने के बाद अब्दुल्ला और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा है।