Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Dec, 2017 03:17 PM
रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा कि भारत का पहला स्वदेशी ट्रेन सेट अगले साल दिसंबर तक तैयार होकर पटरियों पर दौडऩे लगेगा। यह ट्रेन सेट काफी हद तक दिल्ली में चलने वाली मेट्रो ट्रेन जैसा है, लेकिन इसका निर्माण बड़े स्तर पर हुआ है और यह 160...
नई दिल्ली: रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा कि भारत का पहला स्वदेशी ट्रेन सेट अगले साल दिसंबर तक तैयार होकर पटरियों पर दौडऩे लगेगा। यह ट्रेन सेट काफी हद तक दिल्ली में चलने वाली मेट्रो ट्रेन जैसा है, लेकिन इसका निर्माण बड़े स्तर पर हुआ है और यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगा। मेट्रो ट्रेन के विपरीत 16 डिब्बों वाला यह ट्रेन सेट लंबी दूरी तय करने में समर्थ होगा।
रेलवे बोर्ड के सदस्य रविंद्र गुप्ता ने कहा, ‘‘यह भारत का पहला ट्रेन सेट होगा और यह दिसंबर 2018 तक पटरियों पर दौडऩे लगेगा।’’ उन्होंने कहा कि शुरू में यह ‘कुर्सी यान’ होगा, लेकिन बाद में इसमें शयन की भी व्यवस्था होगी। गुप्ता ने कहा कि ट्रेन सेट के लाभ ये होंगे कि वे अधिक आरामदायक होंगे, तेज गति से अधिक चक्कर लगाए जा सकेंगे और सामान्य ट्रेनों की तुलना में ये यात्रियों को उनके गंतव्यों पर जल्द पहुंचाएंगे।
रेलवे में पहली बार इन ट्रेन सेटों में स्वचालित दरवाजे होंगे जो स्टेशनों पर अपने आप खुलेंगे और अपने आप बंद होंगे तथा इनमें बड़ी खिड़कियां होंगी। सभी डिब्बे पूरी तरह वातानुकूलित होंगे और जैव शौचालयों से लैस होंगे। पहले ट्रेन सेट को या तो दिल्ली-लखनऊ या फिर दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग पर सेवा में लाए जाने की संभावना है।