Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Jul, 2019 07:26 AM
वर्तमान समय में सावन का महीना चल रहा है। आज श्रावण महीने के कृष्ण पक्ष में कालष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव के पांचवें अवतार माने जाने वाले कालभैरव की पूजा का खास महत्व है। इनकी पूजा दो रुपों में होती है
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वर्तमान समय में सावन का महीना चल रहा है। आज श्रावण महीने के कृष्ण पक्ष में कालष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव के पांचवें अवतार माने जाने वाले कालभैरव की पूजा का खास महत्व है। इनकी पूजा दो रुपों में होती है पहले बटुक भैरव, जो सौम्य रूप के स्वामी हैं और दूसरे दंडनायक हैं। जो व्यक्ति भैरव बाबा के भक्तों पर बुरी नज़र रखता है, उसकी रक्षा तीनों लोकों में कोई नहीं कर सकता। काल भी इनके भय से थर-थर कांपता है। इनके हाथों में त्रिशूल, तलवार और डंडा सदा रहता है इसलिए इन्हें दंडपाणि भी कहा जाता है। तंत्र-मंत्र की शक्तियों पर विजय पाने के लिए आज का दिन बहुत शुभ है।
भैरव जी का वाहन कुत्ता है, उन्हें ये जानवर बहुत प्रिय है। कुत्ते में अद्भुत शक्तियां होती हैं। इस ब्रह्मांड में व्याप्त नकारात्मक शक्तियों को निष्क्रिय बनाने की ताकत कुत्ते में समाहित है। शकुन शास्त्र में कुत्ते को शकुन रत्न माना जाता है क्योंकि कुत्ता इंसान से भी अधिक वफादार, भविष्य वक्ता और अपनी हरकतों से शुभ-अशुभ का भी ज्ञात करवाता है। काला कुत्ता सबसे ज्यादा उपयोगी और शुभ सिद्ध होता है। काला कुत्ता घर में हो तो धन का अभाव नहीं रहता। जिस घर में काला कुत्ता हो उस घर में ऊपरी शक्तियों का प्रभाव निष्फल हो जाता है।
यदि आपके जीवन में शनि ने सनसनी फैला रखी हो या फिर काम में राहू-केतु अटका रहे हों रोड़ा तो रोटी का उपाय आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। इन सभी ग्रहों की अशुभता को दूर करने के लिए रात के समय बनाई जाने वाली अंतिम रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खाने के लिए दें। यदि काला कुत्ता न खाए या न उपलब्ध हो तो किसी दूसरे कुत्ते को खिलाकर इस उपाय को कर सकते हैं।
घर की रसोई में पहली रोटी सेंकने के बाद उसमें शुद्ध घी लगाकर चार टुकड़े कर लें और चारों टुकड़ों पर खीर अथवा चीनी या गुड़ रख लें। इसमें एक को गाय को, दूसरा कुत्ते को, तीसरा कौवे को और चौथा किसी जरूरतमंद को दे दें। इस उपाय के तहत गाय की रोटी को खिलाने से पितृदोष दूर होगा, कुत्ते को रोटी खिलाने से शत्रु भय दूर होगा, कौवे को रोटी खिलाने से पितृदोष और कालसर्प दोष दूर होगा और अंतिम रोटी का टुकड़ा किसी गरीब या भूखे को भोजन के साथ खिलाने से आर्थिक कष्ट दूर होंगे और बिगड़े काम बनने लगेंगे।