Edited By vasudha,Updated: 18 Mar, 2019 11:59 AM
गोवा के मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर का लंबी बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया। उन्हे निष्कपट, ईमानदार और संवेदनशील राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में हमेशा याद किया जाएगा...
नेशनल डेस्क: गोवा के मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर का लंबी बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया। उन्हे निष्कपट, ईमानदार और संवेदनशील राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
एक मध्यमवर्गीय परिवार में 13 दिसंबर 1955 को जन्मे पार्रिकर ने संघ के प्रचारक के रूप में अपना राजनीतिक करियर आरंभ किया था। उन्होंने आईआईटी-बंबई से इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद भी संघ के लिए काम जारी रखा।
मनोहर ने बहुत छोटी उम्र से आरएसएस से रिश्ता जोड़ लिया था। वह स्कूल के अंतिम दिनों में आरएसएस के ‘मुख्य शिक्षक’ बन गए थे। उन्होंने संघ के साथ अपने जुड़ाव को लेकर कभी भी किसी तरह की परेशानी महसूस नहीं की।
पार्रिकर ने चार बार गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री के तौर पर तीन वर्ष सेवाएं दीं।
मनोहर पर्रिकर को फरवरी 2018 में उनके अग्नाशय की गंभीर बीमारी के बारे में पता चला था। वह एक साल तक पूरे साहस से अपनी बीमारी से लड़ते रहे।
पार्रिकर को ईमानदार और सादगी भरा जीवन जीने वाले नेता के तौर पर हमेशा याद किए जाएंगे। मुख्यमंत्री पद पर भी रहते हुए वह सादे कपड़े और हवाई चप्पल पहनकर कार्यक्रमों में पहुंच जाते थे।