Edited By Monika Jamwal,Updated: 28 Sep, 2018 04:03 PM
श्रीनगर के पुराने इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में युवक के मारे जाने के विरोध में शुक्रवार को आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक को एहतियातन हिरासत में ले लिया...
श्रीनगर : श्रीनगर के पुराने इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में युवक के मारे जाने के विरोध में शुक्रवार को आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस (एचसी) के उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को सुबह उनके घर में नजरबंद कर लिया गया। एचसी के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी को भी कोई राहत नहीं देते हुए उनकी नजरबंदी जारी रखी गयी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर अलगाववादी नेताओं पर पाबंदियां लगायी गयी हैं।
अलगाववादी संगठनों के प्रमुखों के समूह जिसमें गिलानी, मीरवाइज और मलिक शामिल हैं, ने पुराने इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों की घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान मोहम्मद सलीम मलिक (24) के मारे जाने के विरोध में आज आम हड़ताल का आह्वान किया है। फ्रंट के प्रवक्ता ने कहा कि मैसुमा स्थित मलिक के निवास पर पुलिस ने छापेमारी कर मलिक को हिरासत में ले लिया। मलिक सिविल लाइन्स इलाके में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाला था। मीरवाइज के निगीन स्थित निवास पर आज सुबह बड़ी संया में सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया। हुर्रियत के प्रवक्ता ने बताया कि बाद में मीरवाइज को बताया गया कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है और अगले आदेश तक वह घर से बाहर नहीं निकल सकते। प्रवक्ता के मुताबिक मीरवाइज को जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद सभा को संबोधित करना था। इससे पहले मीरवाइज विरोध प्रदर्शन का भी नेतृत्व करने वाला था। अधिकारियों ने हालांकि मस्जिद के सभी द्वारों को बंद कर दिया है और लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।