Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Jul, 2019 03:05 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट की शुरुआत में सीतारमण ने ''यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है
नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट की शुरुआत में सीतारमण ने 'यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है, शेर सुनाया। वहीं बजट के दौरान भी उन्होंने चाणक्य नीति और उर्दू शायरी का इस्तेमाल किया। वित्त मंत्री ने उर्दू के मशहूर शायर मंजूर हाशमी का शेर सुनाया। वहीं बजट के दौरान उन्होंने चाणक्य नीति का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि चाणक्य नीति कहती है- कार्य पुरुषा करे, ना लक्ष्यम संपा दयाते' यानी इच्छाशक्ति के साथ किए प्रयासों से लक्ष्य जरूर हासिल कर लिया जाता है। सीतारमण ने चाणक्य नीति का इस्तेमाल करते हुए कहा कि जब हम 2014 में सरकार में आए थे तो हमारी इकॉनमी 1.85 ट्रिलियन डॉलर की थी जो 5 वर्षो में बढ़कर 2,7 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई। अपने पहले बजट भाषण के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारी सरकार का अगले 5 वर्षों का ल्क्ष्य है देश की इकॉनमी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना और हम दावे के साथ कह सकते हैं कि अगले 5 वर्षो के दौरान भारत की पूरी इकॉनमी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी।